भागलपुर : मंगलवार की सुबह छह बजे, वज्र गृह में चहल-पहल बरकरार थी. परिसर में जहां रात भर इवीएम को गिनती करने और बक्से में रखने में कर्मचारी व्यस्त थे, वहीं पहले से बंद बक्से के पास संबंधित निर्वाचक प्रबंधक कार्यालय के कर्मी प्रजाइडिंग आॅफिसर के दिये गये कागज से मिलान कर रहे थे.
विधानसभा चुनाव के बाद प्रत्याशियों व उनके अभिकर्ताओं का आगमन शुरू हो गया था. इस बीच पदाधिकारी व पर्यवेक्षक भी वज्र गृह पहुंचने लगे थे. सुबह करीब नौ बजे तक सभी लोगों की मौजूदगी वज्र गृह में देखी गयी. तमाम पदाधिकारी व प्रत्याशियों की मौजूदगी में इवीएम को हॉल में रख कर सील किया गया और उसके प्रवेश द्वार के बाहर प्लाइवुड ठोंक कर कमरे का दुहरा सील किया गया. सोमवार से ही बूथों से इवीएम वज्र गृह तक पहुंचाने का दौर देर रात तक चलता रहा. यह सिलसिला मंगलवार को भी दिन भर चलता रहा.
कई विधानसभा से प्रजाइडिंग आॅफिसर द्वारा दिये गये कागजात में भरे गये आंकड़ों काे बगैर देखे हुए रख लिया गया था. वह भी मंगलवार को स्क्रूटनी के बाद ठीक किया जा रहा था. इस कारण जिले के मतदान के आंकड़े भी जारी करने में देरी हुई. हालत यह था कि कर्मचारी को खाना खाने के लिए भी समय नहीं निकल रहा था. मंगलवार दिन के करीब 12 बजे कुछ कर्मचारी काम छोड़ बाहर निकले और पदाधिकारियों को कहा, सर! बड़ी भूखा गये हैं. पहले भोजन कर लें, फिर काम तो चलता रही रहेगा. शाम तक जब वज्र गृह को पर्यवेक्षकों के सामने सील कर दिया गया, तब सभी ने चैन की सांस ली.