भागलपुर: बरारी थाना क्षेत्र के हथिया नाला झोपड़पट्टी से शनिवार को प्रशासन ने अवैध कब्जा हटाया. इस दौरान बस्ती के करीब 125 घरों को बुलडोजर से तोड़ दिया गया. करीब दो हजार लोग बेघर हो गये.
बेघर लोग रात कहां बितायेंगे, प्रशासन ने इसकी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है. अतिक्रमण हटाने के दौरान दो महिलाएं बेहोश हो गयी, जिन्हें जेएलएनएमसीएच में भरती कराया गया. अतिक्रमण हटाने का विरोध कर रहे एक माले कार्यकर्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. विरोध में माले कार्यकर्ताओं ने तिलकामांझी चौक को एक घंटे तक जाम कर दिया. बेघर लोग मजदूर वर्ग के हैं. कुछ रिक्शा चलाते हैं, तो कुछ दिहाड़ी मजदूर हैं.
बिना सूचना के तोड़ा घर : बस्ती के लोगों का आरोप है कि बिना कोई सूचना के बस्ती के सारे घरों को तोड़ा गया. इस कारण हमलोगों को संभलने का मौका नहीं मिला. घर का सारा सामान चौकी, दरवाजा, टीवी, बरतन, पंखा आदि बुलडोजर की भेंट चढ़ गया. प्रशासन ने दो माह पूर्व जमीन को खाली कराने का नोटिस दिया था. छठ के बाद हर हाल में जमीन को खाली करने को कहा था, लेकिन दीपावली, छठ से पूर्व ही प्रशासन ने यह कार्रवाई कर दी. इससे बस्तीवासियों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
अतिक्रमण हटाने के दौरान बस्ती में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे. एसडीओ सुनील कुमार व सिटी डीएसपी वीणा कुमारी के नेतृत्व में पांच घंटे तक अभियान चला कर सभी घरों को तोड़ा गया. मौके पर डीसीएलआर सुबीर रंजन, बीडीओ, सीओ, कोतवाली, नाथनगर, बरारी, आदमपुर, तिलकामांझी समेत अन्य थानों के थानाध्यक्ष भी उपस्थित थे. एक कंपनी सशस्त्र पुलिस, महिला बटालियन, दंगा नियंत्रक वाहन, टीयर गैस पार्टी, लाठी पार्टी को भी तैनात किया गया था, ताकि स्थिति से निबटा जा सके.