हेलीपैड तक जाने व मंच पर पीएम के साथ बैठने वाले वीआइपी की लिस्ट एसपीजी के सहयोग से होगी तैयार
भागलपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रैली स्थल हवाई अड्डा मैदान का शनिवार को स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के अधिकारियों ने निरीक्षण किया. मंच और उसके आस-पास की सुरक्षा की कमान एसपीजी ने अपने हाथ में ले ली. डीएम, एसएसपी विवेक कुमार से एसपीजी के अधिकारियों ने मैदान में सुरक्षा तैयारियों को लेकर बात की.
मौके पर डीएम, सिटी एसपी के अलावा एसडीएम, सिटी डीएसपी और अन्य अधिकारी मौजूद थे. एसपीजी के अधिकारियों ने हवाई अड्डा मैदान में बन रहे मंच और पंडाल तैयार कर रहे प्रत्येक मजदूर का ब्योरा मांगा. साउंड सिस्टम और बिजली का काम कर रहे लोगों के बारे में भी जानकारी मांगी गयी. हालांकि मैदान में काम कर रहे मजदूरों को पहले ही पहचान पत्र जारी कर दिया गया है. एसपीजी की टीम ने मैदान के चारों तरफ का जायजा लिया.
पीएम की रैली में आस-पास के जिलों से लगभग 15 हजार वाहन आने की उम्मीद है. पूरे मैदान पर नजर रखने के लिए प्रशासन की तरफ से 30 वीडियोग्राफर भी तैनात होंगे. हवाई अड्डा की बाउंड्री से 100 फुट छोड़ कर बेरिकेडिंग की जायेगी. पीएम की रैली के दौरान हवाई अड्डा मैदान और उसके आसपास के क्षेत्र में आठ जिलों की पुलिस तैनात रहेगी. जिन जिलों में पुलिस की तैनाती होगी उनमें भागलपुर के अलावा बांका, मुंगेर, जमुई, पूर्णिया, कटिहार, बेगूसराय और खगडि़या शामिल हैं. मैदान और उसके आस-पास तैनात पुलिस अधिकारियों के बीच कम्यूनिकेशन के लिए वायरलेस हैंडसेट उपलब्ध कराया जायेगा.
सभी पुलिसवालों का बन रहा पहचान पत्र
एक सितंबर को पीएम की रैली को देखते हुए पुलिस अधिकारियों और जवानों को पहचान पत्र निर्गत किया जा रहा है. शनिवार को पुलिस लाइन में पहचान पत्र बनाने के लिए पुलिस जवानों का फोटो बनाया गया. रैली वाले दिन ड्यूटी के दौरान पहचानपत्र धारण करना अनिवार्य होगा.
मंच की ढलाई हुई, रोड का काम युद्धस्तर पर
पीएम की रैली के लिए तैयार हो रहे मंच की ढलाई का काम शनिवार को पूरा हो गया. आठ फुट ऊंचा मंच तैयार किया जा रहा जिसमें दो सीढि़यां बनायी जा रही हैं. इनमें 15 स्टेप होंगे. रनवे से मंच तक के लगभग 1100 फुट का रोड बनाने का काम भी युद्ध स्तर पर चल रहा है.
लिस्ट में शामिल व्यक्ति ही रहेंगे हेलीपैड के पास
प्रधानमंत्री के हवाई अड्डा आगमन पर उनके हेलीकॉप्टर के समीप जाकर उनका स्वागत करने और उनके साथ मंच पर बैठने वाले वीआइपी लोगों की सूची स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के अधिकारियों के सहयोग से तैयार की जायेगी. मंच पर बैठने वाले वीआइपी लोगों की सूची पीएमओ से तय की जायेगी जिसे यहां एसपीजी के सहयोग से फाइनल किया जायेगा. लिस्ट में शामिल नाम के अलावा कोई भी व्यक्ति हेलीपैड के पास नहीं पहुंच पायेगा.
आज पहुंचेगी एटीएस की टीम
एक सितंबर को पीएम की रैली को देखते हुए रविवार की रात एंटी टेररिस्ट स्क्वायड(एटीएस) की टीम भी शहर पहुंच जायेगी. पीएम की रैली से पहले पहुंच कर एटीएस की टीम आतंकी थ्रेट पर नजर रखती है. देश में कुल छह राज्यों में एटीएस है जिनमें बिहार के अलावा महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और केरल शामिल हैं. एटीएस का काम आतंकी गतिविधियों पर नजर रखना और उसके प्लानिंग को नाकाम करना है. संबंधित राज्यों में कई आतंकी घटनाओं को रोकने में एटीएस का महत्वपूर्ण रोल रहा है.