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जूनियर छात्रों की शिकायत पर कॉलेज प्रशासन ने लिया संज्ञान, रैगिंग करने वालों पर होगी प्राथमिकी

सबौर: भागलपुर इंजीनियर कॉलेज में सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर छात्रों की रैगिंग को इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. पीड़ित छात्रों की शिकायत पर बुधवार को कॉलेज के प्राचार्य डॉ निर्मल कुमार ने रैगिंग करने वाले छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया. उन्होंने यह निर्देश रैगिंग से पीड़ित फस्र्ट ईयर […]

सबौर: भागलपुर इंजीनियर कॉलेज में सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर छात्रों की रैगिंग को इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. पीड़ित छात्रों की शिकायत पर बुधवार को कॉलेज के प्राचार्य डॉ निर्मल कुमार ने रैगिंग करने वाले छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया. उन्होंने यह निर्देश रैगिंग से पीड़ित फस्र्ट ईयर के एक छात्र के लिखित आवेदन पर दिया है. हालांकि कॉलेज में प्रबंधन की ओर से एंटी रैगिंग सेल पहले से गठित है. बावजूद इसके कॉलेज में रैगिंग बदस्तूर जारी है.
छात्र भी कम पीड़ित नहीं : रैगिंग से सिर्फ छात्र ही नहीं, बल्कि छात्रएं भी पीड़ित हैं. यही कारण है कि फस्र्ट ईयर के विद्यार्थी कॉलेज परिसर में सिर उठा कर नहीं चलते हैं. वे रास्ते में आने जाने वाले प्राय: सभी लोगों को गुड मॉर्निग, गुड ऑफ्टरनून और गुड इवनिंग बोलना नहीं भूलते हैं.
डर से नहीं करते शिकायत : कॉलेज के जूनियर छात्र या छात्रओं ने बताया कि रैगिंग की शिकायत करने से कतराते हैं.
एक तो उन्हें लगता है कि जूनियर के साथ ऐसा होता ही है, दूसरा यह कि शिकायत करने के बाद कहीं और रैगिंग न होने लगे, इस डर से चुप रहने में बेहतरी समझते हैं. जूनियर विद्यार्थियों ने बताया कि छात्रवास में सीनियर हमेशा उन पर कड़ी नजर रखते हैं और जरा सी चूक होने पर डांट-फटकार करते व सजा देते हैं. सीनियर बाहर लॉज में भी रहनेवाले छात्रों के कमरे पर धमक जाते हैं और रैगिंग लेते हैं.
ड्रेस में नहीं आने पर जूनियर का बाल काटा
इंजीनियरिंग कॉलेज में रैगिंग के नाम पर एक छात्र का बाल काटे जाने की सूचना है. सूत्रों की मानें तो रैगिंग का शिकार आदमपुर निवासी फस्र्ट इयर का एक छात्र है. वह चार पांच दिन से बिना ड्रेस के ही कॉलेज आ रहा था. उसका बाल बड़ा बड़ा था. उसे बाल कटा कर आने के लिए कहा गया था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. इसी को लेकर सेकेंड इयर के छात्रों ने उसका बाल काट दिया. सीनियर छात्रों की मानें तो कॉलेज की रीति नीति व गरिमा को देखते हुए यह शुरू से ही चला आ रहा है कि जूनियर को अदब सिखाने के लिए सीनियर दिशा-निर्देश देते हैं. वहीं जूनियर छात्रों का कहना है कि कॉलेज की परिपाटी को मानने के नाम पर सीनियर छात्र जूनियर पर रौब डालते है. इस पर रोक लगनी ही चाहिए. हालांकि कॉलेज प्रशासन कॉलेज ने किसी घटना की पुष्टि नहीं की है.
रैगिंग पर रोक लगाने के लिए कॉलेज में एंटी रैगिंग सेल काम करता है. सेल के पदाधिकारी शिक्षक कॉलेज आने के समय और कॉलेज से छुट्टी के समय रास्ते में तैनात रहते हैं. फस्र्ट ईयर के छात्रों के साथ रैगिंग की शिकायत मिली है. किसी भी हालत में कॉलेज में रैगिंग बरदाश्त नहीं की जायेगी. रैगिंग से पीड़ित छात्र के लिखित आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है. अब पुलिस का काम है कि रैगिंग करने वाले छात्र की पहचान कर उस पर कार्रवाई करे.
डॉ निर्मल कुमार, प्रिंसिपल इंजीनियरिंग कॉलेज, भागलपुर

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