विवार को मनीष के परिवार के सदस्यों और कुंडी टोला के स्थानीय लोगों ने कोतवाली थाना का घेराव किया. काफी देर तक हंगामे के बाद मनीष को छोड़ दिया.
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निर्दोष मनीष की रिहाई के लिए कोतवाली का घेराव
भागलपुर: घंटाघर स्थित बिहार ग्रामीण बैंक की भागलपुर शाखा में 26 मई को हुई डकैती मामले में पुलिस ने निदरेष मनीष रजक को गिरफ्तार कर तीन दिन तक थाने में रखा. नाथनगर के कुंडी टोला निवासी मनीष मायागंज स्थित पावर सब स्टेशन में ऑपरेटर की नौकरी करता है. शुक्रवार को कार्यालय से ही पुलिस ने […]
भागलपुर: घंटाघर स्थित बिहार ग्रामीण बैंक की भागलपुर शाखा में 26 मई को हुई डकैती मामले में पुलिस ने निदरेष मनीष रजक को गिरफ्तार कर तीन दिन तक थाने में रखा. नाथनगर के कुंडी टोला निवासी मनीष मायागंज स्थित पावर सब स्टेशन में ऑपरेटर की नौकरी करता है. शुक्रवार को कार्यालय से ही पुलिस ने मनीष को उठा लिया था. र
.. तो क्या जमीन निगल गयी मनीष को
सुबह 10.30 बजे कोतवाली थाने का घेराव करने और वहां मनीष को छोड़ने का आश्वासन मिलने के बाद सभी लोग लगभग 11 बजे ततारपुर थाना पहुंचे, मनीष को वहीं रखा गया था. वहां पहुंचने के बाद जब परिजन मनीष को छोड़ने की बात कहे, तो इंस्पेक्टर केपी सिंह ने बताया कि वेरिफिकेशन के बाद मनीष को छोड़ दिया गया है. थाना परिसर में जुटे लोगों ने मनीष को थाने में देखने की बात कही. मनीष के घर लगातार संपर्क किया जा रहा था, जहां से मनीष के नहीं पहुंचने की खबर मिल रही थी. सवाल यह उठ रहा थे कि आखिर मनीष गया कहां. लगभग एक घंटे ऐसा ही चलता रहा. लोगों की बात सही थी. मनीष को ततारपुर थाने से दोपहर लगभग दो बजे छोड़ा गया.
पुलिस ने ऐसे मनीष रजक को लिया गिरफ्त में
मनीष की मां रमा देवी ने बताया कि शुक्रवार को बरारी पुलिस उसके घर पहुंची. पुलिस ने मनीष के बारे पूछना शुरू किया. पुलिस का कहना था कि ग्रामीण बैंक लूटकांड में वह भी शामिल है और उसे भी ढ़ाई लाख रुपये मिले हैं. परिजन मनीष का डकैती में शामिल होने से इनकार किया, लेकिन पुलिस सुनने को तैयार नहीं थी. पूछताछ में पुलिस को बताया गया कि मनीष मायागंज स्थित पावर सब स्टेशन में है, तो घर पहुंची पुलिस ने तुरंत कोतवाली थाने को फोन की और कोतवाली थाना पुलिस ने मनीष को उसके कार्यालय से उठा लिया. मनीष को गिरफ्तार कर ततारपुर थाना ले जाया गया और वहीं रखा गया था. मनीष की मां ने बताया कि घर से उसके बड़े बेटे व मनीष के बड़े भाई अखिलेश को भी पुलिस उठा ले गयी थी, जिसे अगले दिन छोड़ दी.
बोले एसएसपी
एक ही नाम होने से इस मनीष रजक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. वेरिफिकेशन के बाद उसे छोड़ दिया गया. कंफ्यूजन में ऐसा हुआ था जिसे सही कर लिया गया है. जिस मनीष रजक की पुलिस को तलाश है वह फरार है.
विवेक कुमार, एसएसपी, भागलपुर
क्या है मामला
दरअसल बैंक डकैती मामले में पुलिस को मनीष रजक की तलाश है, जिसे लूट में ढ़ाई लाख का हिस्सा मिलने की बात की जा रही है. जिस मनीष रजक को पकड़ा गया उसके परिवारवालों का कहना था कि जंगली साह की मां ने भी इस मनीष के जंगली के दोस्त होने से इनकार कर दिया था, फिर भी पुलिस ने निदरेष मनीष को पकड़ लिया. जिस मनीष रजक की पुलिस को तलाश है, वह अभी भी फरार है. जिस निदरेष मनीष को पुलिस ने तीन दिनों तक अपनी गिरफ्त में रखा, उसके पिता का नाम अशोक रजक है, जो कपड़ा धोने का काम करते हैं.
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