अकबरनगर: सुल्तानगंज प्रखंड स्थित किसनपुर पंचायत के बाढ़ पीड़ितों ने शुक्रवार को सुल्तानगंज के सीओ नर्मदेश्वर झा को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. लाठी-डंडे से हमला किये जाने के कारण सीओ का सिर फट गया और वे लहू-लुहान हो गये. ग्रामीणों के चुंगल से भागने के क्रम में वे गिर पड़े. इसके बाद भी उग्र लोगों का आक्रोश नहीं थमा और वे सीओ पर लात-घूंसे बरसाने लगे.
भीड़ में मौजूद एक शिक्षक ने किसी तरह उन्हें ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाया. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और गंभीर रूप से जख्मी सीओ को नाथनगर अस्पताल में भर्ती कराया. फिलहाल वे खतरे से बाहर बताये जा रहे हैं. सीओ के अस्पताल ले जाने के बाद ग्रामीणों ने मुखिया प्रवीण कुमार को खोजना शुरू किया, पर मौके की नजाकत को देखते हुए वे फरार हो गये.
काफी संख्या में जुटे थे ग्रामीण
सुबह करीब छह बजे लाठी-डंडे से लैस बड़ी संख्या में बाढ़ पीड़ित राहत की मांग को लेकर भवनाथपुर लाइन होटल के समीप सड़क पर उतर आये और एनएच 80 जाम कर दिया. किसनपुर पंचायत के वार्ड संख्या 12,13,14 व 15 के बाढ़ प्रभावितों ने बताया कि उनलोगों को बाढ़ राहत का अनाज नहीं दिया गया. मुखिया के पास गये तो उन्होंने कहा कि अब बाढ़ खत्म हो गयी है, इसलिए अनाज नहीं मिलेगा. यह सुनते ही ग्रामीणों भड़क गये और सड़क जाम कर दिया. सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया. पर आक्रोश चरम पर होने के कारण वे किसी की सुनने को तैयार नहीं थे.
भागलपुर से लौट रहे थे सीओ
जाम के दौरान सीओ नर्मदेश्वर झा भागलपुर से सुल्तानगंज कार्यालय जा रहे थे. भीड़ को देख वे बाढ़ पीड़ितों को समझाने जाम स्थल पर पहुंच गये. बातचीत का प्रयास शुरू करते ही पुरुष व महिलाओं ने बिना कुछ कहे सुने उनपर हमला बोल दिया.
वरीय पदाधिकारियों को दी सूचना
हालात बेकाबू होते देख अकबरनगर थानाध्यक्ष ने वरीय पदाधिकारियों को घटना की सूचना दी. दोपहर करीब 12 बजे इंस्पेक्टर आरपी वर्मा, पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तो आक्रोशित ग्रामीण उनसे भी उलझने लगे. लोगों का मिजाज भांप उन्हें वापस लौटना पड़ा.
काफी देर होता रहा तू-तू-मैं-मैं
दोपहर एक बजे के करीब एएसपी हरि किशोर राय, डीएसपी मो फगुरूद्दीन, सदर एसडीओ सुनील कुमार, इंस्पेक्टर आरपी वर्मा, नाथनगर के सीओ महेंद्र सिंह, थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार पुलिस बल के साथ जाम स्थल पर पहुंचे. उस वक्त भी काफी देर तक पुलिस व ग्रामीणों में तू-तू-मैं-मैं होता रहा. शाम चार बजे बाढ़ पीड़ित सदर एसडीओ के साथ वार्ता को तैयार हुए. आक्रोशित लोग मुखिया को अविलंब पद से हटाने व दो दिन के अंदर राहत सामग्री मुहैया कराने की मांग पर अड़े रहे. सदर एसडीओ ने मुखिया पर विधि सम्मत कार्रवाई करने एवं यथाशीघ्र राहत राहत सामग्री का अनाज देने का आश्वासन दिया. इसके बाद लोगों ने जाम तोड़ा.