भागलपुर: रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर प्री पीएचडी परीक्षा के कई परीक्षार्थी शुक्रवार को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एनके वर्मा से मिले. वार्ता के दौरान छात्रों व कुलपति के बीच गरमा-गरम बहस हो गयी. छात्रों का कहना था कि जिस नियम के तहत उनलोगों की परीक्षा ली गयी थी, उसके ठीक उलट परीक्षाफल प्रकाशित कर दिया गया है. यह छात्रों के साथ धोखा है और भविष्य के साथ खिलवाड़ भी.
छात्रों का आरोप था कि उनलोगों ने 90 उत्तीर्णाक के आधार पर परीक्षा दी थी, लेकिन परीक्षाफल प्रकाशित होने के बाद यह मालूम हुआ कि अनारक्षित कोटे के लिए उत्तीर्णाक 100 कर दिया गया है. अगर ऐसा करना ही था तो इसकी सूचना परीक्षा से पूर्व ही परीक्षार्थियों को दी जानी चाहिए थी.
छात्रों का यह भी आरोप था कि जिन छात्रों के परीक्षा फल में पेंडिंग लिखा गया है, उन्हें संबंधित अधिकारी व कर्मचारी फेल होने की बात कह रहे हैं, जबकि पेंडिंग को फेल कहा ही नहीं जा सकता. इस विकट स्थिति को स्पष्ट करने पर छात्र काफी देर तक कुलपति चेंबर में अड़े रहे. उन्होंने 90 या इससे अधिक अंक प्राप्त करनेवाले छात्र-छात्राओं को उत्तीर्ण घोषित की मांग की. कुलपति ने सकारात्मक पहल करने का भरोसा दिलाया. छात्रों का नेतृत्व छात्र नेता आनंद यादव, रोशन सिंह, रंजन आर्य, किशन कुमार राज व आशीष रंजन कर रहे थे. छात्र-छात्राओं में नीलू कुमारी, रोमी कुमारी, प्रीति कुमारी, नटवर कुमार, विनीत कुमार शर्मा, चेतन कृष्ण चिन्मय, रिचा कुमारी, नेहा कुमारी, स्वीटी कुमारी, कुमारी आर्या भारती आदि मौजूद थे.