भागलपुर: स्वर्णिका ज्वेलर्स के कर्मचारियों से गुरुवार की सुबह डेढ़ किलो स्वर्णाभूषण की लूट मामले में पुलिस की नजर दुकान के मालिक विजय आनंद के रिश्तेदार, पूर्व पार्टनर और दुकान के पूर्व व वर्तमान कर्मचारियों पर है. पुलिस के अधिकारी इस बात पर मंथन करने में लगे हैं कि आखिरकार अपराधियों ने उसी रिक्शा को क्यों रोका जिस पर सोना का काटरून रखा था. आग-पीछे चल रहे रिक्शा को नहीं रोका. पुलिस को संदेह है कि घटना के पीछे कहीं न कहीं स्वर्णिका ज्वेलर्स के मालिक विजय आनंद के रिश्तेदारों, पूर्व पार्टनर और पूर्व कर्मचारी और वर्तमान कर्मचारी हो सकते हैं. फिलहाल पुलिस इस मामले में हर एक बिंदु पर जांच में जुट गयी है. इसके अलावा घटना के बाद पुलिस ने दो संदिग्धों को अलग -अलग जगहों से हिरासत में लेकर पूछताछ की है. शहर में पूर्व में हुई लूट मामले में आरोपित अपराधियों की भी धरपकड़ के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
स्वर्णिका ज्वेलर्स के मालिक विजय आनंद ने भी आशंका जतायी है कि घटना के पीछे कहीं न कहीं जानकार लोगों का हाथ है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि कोलकाता से सोना लेकर दुकान के कर्मचारी आ रहे हैं, इस बात की खबर दुकान मालिक के अलावा लानेवाले को ही पता था. बावजूद इसके कोई और लोग हैं जिसे यह पता होगा. उन्होंने इस बात से भी इनकार नहीं किया है कि घटना के पीछे उनके रिश्तेदारों का भी हाथ हो सकता है. उन्होंने पुलिस से मांग की है कि मामले में सभी संदिग्धों से पूछताछ की जाये.
पुलिस सूत्रों की मानें, तो स्वर्णिका ज्वेलर्स के रिश्तेदार भी कोलकाता से उसी गाड़ी से भागलपुर आ रहे थे. पुलिस घटना से जुड़ी तमाम चीजों की छानबीन करने में लगी है. एसएसपी राजेश कुमार ने बताया कि घटना को लेकर पुलिस गंभीर है. अपराधियों को चिह्न्ति कर लिया गया है. बहुत जल्द घटना में शामिल लोग पकड़े जायेंगे.