मंदिर के सेवायत सत्यनारायण गिरि का कहना है कि उनके पूर्वज नील गिरि, शिल गिरि, झब्बू गिरि, गुलाब गिरि यहां पर सेवायत रहे हैं. सेवायत की परंपरा के अनुसार उन्हें मंदिर की देखरेख का जिम्मा दिया गया है. मंदिर व इसका परिसर 16 कट्ठे में है. पुरानी सराय के जमींदार भूदेव चौधरी के पूर्वजों ने 300 वर्ष पहले मंदिर की स्थापना करायी थी. यहां पर शिवरात्रि और सावन में विशेष धार्मिक आयोजन होता है. आज अचानक कुछ अज्ञात लोग मंदिर समेत जमीन पर कब्जा जमाने आये थे.
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भू-माफियाओं ने मंदिर को भी बेच डाला!
भागलपुर: इन दिनों भू-माफियाओं की शहर के विभिन्न ऐतिहासिक धरोहर, मंदिर व अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की जमीन बेचने से भी बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला रविवार को नाथनगर क्षेत्र अंतर्गत चौकी नियामतपुर में सामने आया. यहां 16 कट्ठे में फैले मुगलकालीन शिव मंदिर व मंदिर परिसर पर अज्ञात लोगों के साथ […]
भागलपुर: इन दिनों भू-माफियाओं की शहर के विभिन्न ऐतिहासिक धरोहर, मंदिर व अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की जमीन बेचने से भी बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला रविवार को नाथनगर क्षेत्र अंतर्गत चौकी नियामतपुर में सामने आया. यहां 16 कट्ठे में फैले मुगलकालीन शिव मंदिर व मंदिर परिसर पर अज्ञात लोगों के साथ 18 मजदूर कब्जा जमाने आये थे, जिसे स्थानीय लोगों ने खदेड़ दिया. इसको लेकर आसपास के क्षेत्रों में यह चर्चा होती रही कि मंदिर की जमीन को भू-माफिया ने बेच दिया है.
नहीं करने देंगे मंदिर पर कब्जा : स्थानीय लोग प्रेमा देवी, दया देवी, किरण देवी, जनार्दन यादव, गुड्डू यादव, राजू यादव समेत अन्य लोगों का कहना है कि मंदिर को किसी को कब्जा नहीं करने देंगे. यहां पर रोजाना धार्मिक आयोजन होता है. वर्षो से यहां पर पूजा करते आ रहे हैं. अचानक इस मंदिर को कोई कैसे बेच देगा. मंदिर पर किसी को कब्जा नहीं जमाने देंगे. पारो देवी का कहना है कि यह मंदिर सार्वजनिक है. सभी लोग यहां पर पूजा-पाठ करते हैं. जमीन पर गलत लोगों की नजर है. ऐसे में पुलिस सुरक्षा की जरूरत है.
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