भागलपुर: भागलपुर की गंगा जलस्तर पिछले 24 घंटे में 17 सेंटीमीटर गिर कर 34.21 मीटर पर पहुंच गया है. बावजूद इसके यह खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. खतरे का निशान 33.68 मीटर निर्धारित है. जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता विजेंद्र कुमार ने बताया कि शाम छह बजे गंगा का जलस्तर 34.21 मीटर दर्ज किया गया है. जलस्तर घटता जायेगा, बशर्ते ऊपरी इलाके में बारिश या डैम से पानी नहीं छोड़ा जाये. बुधवार को गंगा का जल स्तर 34.51 मीटर पर पहुंचकर स्थित हो गया था. गुरुवार शाम छह सेंटीमीटर घटने पर 34.45 मीटर, शुक्रवार शाम सात सेंटीमीटर घटने पर 34.38 मीटर एवं शनिवार 17 सेंटीमीटर घटने पर 34.21 मीटर पर पहुंच गया. यानी, पिछले चार दिनों में जलस्तर में 30 सेंटीमीटर तक की गिरावट आयी है.
हालांकि इससे बाढ़ पीड़ितों की दिक्कतें कम नहीं हुई हैं. वे अब भी भोजन-पानी और रहने की समस्या से जूझ रहे हैं. पानी घटने से चारो ओर बदबू का साम्राज्य फैल गया है. बाढ़ प्रभावित काफी तेजी से बीमार पड़ने लगे हैं. अभी भी कई प्रखंड ऐसे हैं, जहां बीमार पड़ने पर तुरंत चिकित्सक के पास पहुंचना संभव नहीं है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बावजूद राहत कैंपों की स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ है.
बीमारी फैलने की चिंता
गंगा का जलस्तर घटने से बीमारी फैलने की चिंता सताने लगी है. सबौर से घोघा के बीच एनएच 80 पर अभी भी आवागमन ठप है. जिलाधिकारी ने शनिवार को सबौर हाईस्कूल स्थित राहत कैंप का दौरा किया, पर स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं दिखा रहा है. जिले के छह लाख से भी अधिक लोग बाढ़ से त्रस्त हैं.
कोसी, बगजान तटबंध की स्थिति गंभीर
कोसी का जलस्तर बढ़ने से कोसी व बगजान तटबंध की स्थिति पर दबाव बढ़ गया है. पीरपैंती व नारायणपुर बाढ़ के पानी में डूबने से एक बच्च समेत दो लोगों की मौत हो गयी. सुल्तानगंज में बाढ़ पीड़ितों ने राहत सामग्री के लिए डेढ़ घंटा सड़क जाम किया.
17 सेंटीमीटर घटा गंगा का जलस्तर
अब भी खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर ऊपर बह रही गंगा
शनिवार शाम तक 34.21 मी. पर था गंगा का जलस्तर
पीरपैंती व नारायणपुर में डूबने से एक बच्च समेत दो की मौत
सुल्तानगंज में राहत के लिए डेढ़ घंटा सड़क जाम
कोसी का बढ़ रहा जलस्तर बगजान तटबंध पर खतरा