भागलपुर: यहां न तो सड़कें दुरुस्त है, न ही पुल. राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल, भागलपुर पिछले एक साल से जिले में एक दर्जन से अधिक पुल का निर्माण व सड़क की मरम्मत करा रहा है, लेकिन काम पूरा नहीं हो पाया है. राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल, भागलपुर अब तक घोरघट पुल, चंपानाला पुल का मरम्मत कार्य व इन दोनों पुल के समानांतर बन रहे पुल का कार्य को पूरा नहीं करा सका है. यही स्थिति घोरघट से पीरपैंती तक जजर्र सड़क की भी है. छह में से एक भी हिस्से की सड़क पूरी नहीं हो सकीहै. बाइपास निर्माण को हरी झंडी तो मिल गयी, लेकिन विभागीय पेच में मामला फंसा है.
इस साल पूरा नहीं हो सकेगा सड़क निर्माण : घोरघट से पीरपैंती के बीच लगभग 86 किमी लंबे मार्ग का मरम्मत कार्य सात भाग में हो रहा है. अधिकारियों की मानें तो अब तक मरम्मत पर करीब साढ़े सात करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं.
मरम्मत पर करीब 60 करोड़ की लागत आयेगी. इसमें पीरपैंती से मिर्जाचौकी तक 894.70 लाख रुपये से मरम्मत का काम पूरा हो गया है. घोरघट से अकबर नगर के बीच लगभग 20 किमी लंबे मार्ग की मरम्मत पर संवेदक को पैसा नहीं मिला है. बाबूपुर मोड़ से पक्कीसराय के बीच करीब 17 किमी में सात किमी मार्ग की मरम्मत हो चुकी है. अरमनसपुर से त्रिमुहान तक महज एक किमी लंबे मार्ग की मरम्मत नहीं हो सकी है. अकबरनगर से भागलपुर रेलवे स्टेशन के बीच लगभग 12 किमी लंबे मार्ग पर करीब तीन करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं. रमजानीपुर से पीरपैंती के बीच लगभग 14 किमी लंबे मार्ग के मरम्मत पर साढ़े नौ करोड़ में चार करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं. पक्कीसराय से रमजानीपुर के बीच लगभग 13 किमी लंबी मार्ग की मरम्मत को मंजूरी नहीं मिली है. यहां करीब 927.20 लाख रुपये खर्च करना है. स्वीकृति नहीं मिलने से सड़क की स्थिति जस की तस बनी हुई है.