इससे पूर्व अध्यक्ष मंडल के साहित्यकार प्रेमशंकर सिंह, मैथिली परिषद के अध्यक्ष डॉ विनोदानंद झा ‘वेणु’, मैथिली विभाग के अध्यक्ष प्रो केष्कर ठाकुर, जगदीश प्रसाद मंडल, दु:खमोचन झा व शिव कुमार प्रसाद ने दीप जला कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. निक्की प्रियदर्शिनी ने मैथिल कोकिल महाकवि विद्यापति रचित गोसाउनिक गीत ‘जय जय भैरवि.. व पंडित शिवनारायण मिश्र के स्वस्ति वाचन के बाद रामदेव मंडल ने स्वागत गीत गाया. मौके पर कथाकार जगदीश प्रसाद मंडल रचित ‘उकड़ू समय’ व ‘अपन मन अपन धन’ का हुआ लोकार्पण किया गया. लोकार्पण करने वालों में प्रो ठाकुर, राजदेव मंडल, विनोदानंद झा, शिव कुमार मिश्र, प्रेम शंकर मिश्र, डॉ शिव प्रसाद यादव, योगेंद्र नाथ दास, शिव यादव, स्वीटी कुमारी आदि थे.
इसके बाद मधुबनी के राम विलास साह ने डोमक आगि, डॉ शिव प्रसाद ने हेराएल कोदारी व नमरल ठारहि, बेचन ठाकुर ने विधवा बियाह, नंद बिलास राव ने जींस पैंट में समाज के कई पहलुओं को उकेरा. शहर के ओम प्रकाश झा ने गहीर आंखिक बेथा, शारदानंद सिंह ने डिजाइन वाली कनियां व शंभु सौरभ ने लाल नूआं कथा पाठ किया. संचालन दुर्गा नंद मंडल, पंकज कुमार व उमेश मंडल ने किया.