भागलपुर: जमीन का काबिल लगान वसूली इन दिनों ठप पड़ गयी है. किसान व आम लोग भी इसके लिए रसीद कटवाने के लिए अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. कर्मचारियों की मिन्नत कर रहे हैं, लेकिन उनकी रसीद नहीं कट रही है. कर्मचारी या पदाधिकारी करें भी तो क्या, उनके पास रसीद ही उपलब्ध नहीं है. यह स्थिति जिला के तकरीबन सभी अंचल कार्यालयों की है.
जिले में करीब दो-तीन माह से रसीद की कमी बनी हुई है. तत्कालीन अपर समाहर्ता प्रभात कुमार सिन्हा ने ही रसीद की आपूर्ति के लिए पटना राजस्व विभाग को मांग पत्र भेजा था, लेकिन मांग के अनुरूप रसीद की आपूर्ति नहीं की गयी. रसीद नहीं होने के कारण अंचलों में फिलहाल भूमि का लगान वसूली कार्य ठप पड़ गया है. जमीन का रसीद कटवाने के लिए अंचल कार्यालय जाने के बाद किसानों को मायूसी हाथ लग रही है. विदित हो कि इन दिनों बाढ़ व सूखा के कारण किसानों की फसल चौपट हो गयी है.
सूखा ग्रस्त क्षेत्र के किसानों को सरकार की ओर से डीजल अनुदान दिया जा रहा है. इसे लेने के लिए किसानों को जमीन की रसीद साथ लगानी होती है. रसीद नहीं कटने से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ हा है. अपर समाहर्ता श्यामल किशोर पाठक ने बताया कि छह हजार रसीद के लिए पटना विभाग को रिक्यूजिशन भेजा गया था, लेकिन वहां से मात्र 500 रसीद ही प्राप्त हुआ. उसे सभी अंचलों में भिजवा दिया गया था. अब एक बार फिर से रसीद की किल्लत हो गयी है. इस बीच विभाग को दोबारा भी पत्र भेजा गया है.
शनिवार को रसीद उपलब्ध कराने की बात कही गयी है, इसके लिए यहां से आदमी भेजा गया है. सोमवार तक और कुछ रसीद आने की संभावना है. इसके बाद एक सप्ताह के अंदर मांग के अनुसार शेष सभी रसीद जिला को प्राप्त होने की उम्मीद है. पटना से रसीद आने के बाद सभी अंचलों को तत्काल उपलब्ध करा दिया जायेगा.