भागलपुर: प्रमंडलीय आयुक्त मिन्हाज आलम ने सिंचाई, लघु सिंचाई एवं काडा के कार्यपालक अभियंता को संयुक्त रूप से बांका जिला के रजाैन अंचल के बरौनी गांव के समीप कतरिया नदी में निर्मित छिटका के भू-तल पर निर्मित विवादित संरचना का निरीक्षण करने का निर्देश दिया. बांका व भागलपुर जिला के संबंधित पदाधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में उन्होंने जल्द से जल्द निरीक्षण रिपोर्ट समर्पित करने व विवादित संरचना वाले चैनल में पानी उपलब्ध कराने के लिए किये जाने वाले उपाय के संबंध में सुझाव देने का निर्देश दिया. विदित हो कि कतरिया नदी में निर्मित छिटका के भूतल पर लगभग डेढ़ फीट ऊंची संरचना का निर्माण कर दिया गया है. इस वजह से भागलपुर जिला के किसानों को सिंचाई में समस्या आ रही है.
इसको लेकर क्षेत्र के किसानों ने पिछले दिनों प्रमंडलीय आयुक्त को ज्ञापन दिया था. इसी संरचना को लेकर उत्पन्न विवाद के समाधान के लिए प्रमंडलीय आयुक्त ने दोनों जिले के संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में सिंचाई प्रमंडल भागलपुर के कार्यपालक अभियंता से प्राप्त जांच प्रतिवेदन में कहा गया है कि वर्ष 2003-04 में काडा द्वारा इस संरचना की मरम्मत करायी गयी थी. संभावना व्यक्त की गयी कि मरम्मत के दौरान लगभग डेढ़ फीट ऊंची बांधनुमा दीवार की ढलाई की गयी हो. इस संबंध में काडा के कार्यपालक अभियंता काडा ने बताया कि काडा द्वारा सिर्फ मरम्मत करायी गयी थी. इस दौरान किसी भी अतिरिक्त संरचना का निर्माण नहीं किया गया था.
बैठक में बांका के अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि विवादित संरचना से लगभग 200 फीट पहले तक ही नदी में पानी का बहाव है, जो सीधे चैनल से रजाैन की तरफ जाता है. उन्होंने बताया कि विवादित संरचना एक लूप चैन में स्थित है, जहां तक कम बारिश के कारण पानी नहीं पहुंच पा रहा है. इस संबंध में आयुक्त श्री आलम ने संयुक्त रूप से निरीक्षण कर रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया है. बैठक में बांका के डीएम दीपक आनंद, भागलपुर के उप विकास आयुक्त राजीव प्रसाद सिंह रंजन, कार्यपालक अभियंता सिंचाई, लघु सिंचाई व काडा आदि उपस्थित थे.