भागलपुर: केंद्र में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी गंगा व कोसी के कछार पर संकल्प लेकर बिहार में अपने खोए आधार को पाने का प्रयास करेगी. अगस्त से शुरू हो रहे ‘संवाद’ कार्यक्रम के जरिए पार्टी हर प्रमंडलीय मुख्यालय में अपने प्रमुख नेताओं के साथ बैठक कर अपनी खोयी राजनीतिक जमीन को वापस लाने पर मंथन करेगी. पार्टी के इस विचार मंथन संवाद कार्यक्रम पर अन्य दलों की नजर भी टिकी है.
लोकसभा चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी कवायद शुरू कर दी है. कांग्रेस पार्टी कभी बिहार सहित पूरी हिंदी पट्टी में सबसे मजबूत राजनीतिक पार्टी थी, लेकिन 1989 के बाद पूरी हिंदी पट्टी से कांग्रेस का सफाया हो गया. तब से पार्टी मजबूत नहीं हो पायी है. पार्टी के कमजोर होने का असर यह हुआ कि धीरे-धीरे इसके परंपरागत मतदाता भी दूर होते चले गये. केंद्र में कांग्रेस सत्तारूढ़ तो है लेकिन बिहार में उसकी स्थिति बेहद कमजोर है. वर्षो तक बिहार पर राज करनेवाली कांग्रेस पार्टी का विधानसभा में महज चार विधायक हैं. आजादी के बाद अब तक केंद्र में जितनी सरकारें बनी उसमें यह पहला मौका है कि बिहार का केंद्रीय मंत्रिमंडल में कोई नुमाइंदा नहीं है. बिहार में अपने खोए जनाधार पाने की कवायद कांग्रेस ने शुरू कर दी है.
अब पार्टी नेता क्षेत्र में जाकर पार्टी को मजबूत करने व जनता से जुड़ने के लिए रणनीति तैयार करेंगे. पार्टी नेताओं को भरोसा है कि इससे उन्हें काफी लाभ होगा. कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष व विधान मंडल दल के नेता के अलावा पार्टी के बिहार के सह प्रभारी उपस्थित रहेंगे. संवाद कार्यक्रम सभी प्रमंडलीय मुख्यालय में होगा. इसकी शुरुआत एक अगस्त से मैला आंचल के नाम से मशहूर पूर्णिया प्रमंडल से किया जा रहा है. दो अगस्त को सहरसा व तीन अगस्त को भागलपुर व मुंगेर में कार्यक्रम है. यह सभी क्षेत्र कभी कांग्रेस का गढ़ था. कांग्रेस के कई दिग्गज नेता डॉ श्रीकृष्ण सिंह, ललित नारायण मिश्र, डॉ जगन्नाथ मिश्र, भागवत झा आजाद, चंद्रशेखर सिंह, महावीर चौधरी, राजो सिंह, शिवचंद्र झा, भोला पासवान शास्त्री, सतीश सिंह सहित कई नेता इसी इलाके से आते हैं.
कई मुख्यमंत्री इसी क्षेत्र से हुए. 4 अगस्त को पटना, 5 को गया, 6 को दरभंगा, 7 को मुजफ्फपुर व 8 अगस्त को संवाद कार्यक्रम का समापन देशरत्न व भिखारी ठाकुर की माटी छपरा में होगा. संवाद कार्यक्रम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, विधानमंडल दल के पूर्व नेता, एआइसीसी सदस्य, प्रदेश डेलीगेट, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, सांसद, विधायक, पूर्व सांसद व विधायक, लोकसभा व विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे नेता, युवा कांग्रेस के लोकसभा अध्यक्ष, महिला, सेवादल व एनएसयुआई के जिलाध्यक्ष भी शिरकत करेंगे.