सूत्र बताते हैं कि शिक्षा विभाग चाह रहा है कि इनमें एक-दो विद्यालय को बिना प्रक्रिया पूरी किये अंदर ही अंदर मान्यता देने की प्रक्रिया पूरी कर दी जाये. इसे लेकर सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ पर दबाव पड़ने की बात कही जा रही है. इस पर सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ कोई भी प्रतिक्रिया देने से मना कर गये.
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निजी स्कूल प्रस्वीकृति मामला: गुपचुप न मिल जाये स्कूलों को मान्यता
भागलपुर: भागलपुर के निजी स्कूलों को शिक्षा विभाग द्वारा मान्यता (प्रस्वीकृति) प्रदान करने के लिए वर्ष 2011 से निजी स्कूलों के आवेदन पड़े हुए थे, लेकिन इस पर केवल सात स्कूलों को मानदंड पूरा करने पर मान्यता दी गयी थी. शेष सभी आवेदनों पर इसलिए आगे विचार नहीं किया गया कि संबंधित स्कूल मानकों व […]
भागलपुर: भागलपुर के निजी स्कूलों को शिक्षा विभाग द्वारा मान्यता (प्रस्वीकृति) प्रदान करने के लिए वर्ष 2011 से निजी स्कूलों के आवेदन पड़े हुए थे, लेकिन इस पर केवल सात स्कूलों को मानदंड पूरा करने पर मान्यता दी गयी थी. शेष सभी आवेदनों पर इसलिए आगे विचार नहीं किया गया कि संबंधित स्कूल मानकों व शर्तो को पूरा नहीं कर पाये थे. अब अचानक 14 जनवरी को प्रस्वीकृति समिति की बैठक हुई है.
अधूरी है 53 स्कूलों की रिपोर्ट
गत 14 जनवरी को हुई निजी विद्यालय प्रस्वीकृति समिति की बैठक बिना जिलाधिकारी द्वारा मनोनीत सदस्यों की उपस्थिति के आयोजित की गयी थी. बैठक में 53 स्कूलों के प्राप्त प्रस्तावों पर चर्चा की गयी थी. इनमें माइनॉरिटी व मिशनरी स्कूलों के प्रस्तावों पर भी चर्चा की गयी थी. बैठक में यह माना गया था कि निजी विद्यालयों द्वारा भेजे गये प्रस्ताव अधूरे और बिना घोषणा पत्र के प्रस्तुत किये गये हैं. लिहाजा मान्यता को लेकर विभागीय निर्देशों का अनुपालन करना जरूरी है.
निर्देश के अनुपालन में लगेंगे एक माह
आरटीइ एक्ट ( शिक्षा के अधिकार) के अंतर्गत निजी स्कूलों को मान्यता देने के लिए प्राथमिक शिक्षा के निदेशक ने 26 अगस्त 2011 को राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को निर्देशित किया था. निर्देश था कि निजी स्कूलों के जितने भी प्रस्ताव प्राप्त होंगे, उन्हें स्व घोषणा पत्र के आधार पर प्रपत्र-01 में भर कर सबसे पहले सार्वजनिक करना होगा, इसके बाद उसका स्थल निरीक्षण करना होगा. जिनकी अर्हता पूरी होगी, उन्हें 15 दिनों के अंदर प्रपत्र-02 में मान्यता दी जायेगी, लेकिन उक्त निर्देशों के आधार पर अभी भागलपुर के 53 स्कूलों का स्थल निरीक्षण नहीं हुआ है. उक्त निर्देशों का अनुपालन करने में और मान्यता देने में 20 से 30 दिन का समय लग सकता है.
ऐसी कोई बात नहीं है कि एक-दो निजी स्कूल को ही प्रस्वीकृत किया जायेगा. प्रस्वीकृति मिलेगी, तो सभी स्कूलों को सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही मिलेगी. अभी समिति का फाइनल निर्णय भी नहीं हुआ है, इसकी विशेष जानकारी एसएसए के डीपीओ से ले लीजिए.
प्रकाश रंजन कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, भागलपुर
इस पर हम कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दे सकते हैं. हम केवल इतना ही कह सकते हैं कि विभागीय नियम के विपरीत सदस्य सचिव के रूप में हम कोई भी प्रस्ताव समिति के समक्ष प्रस्तुत नहीं करेंगे.
नसीम अहमद
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सर्व शिक्षा अभियान
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