भागलपुर: नगर निगम में गुरुवार को शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर गहमागहमी रही. पार्षद रंजन सिंह ने बताया कि वार्ड में सफाई व्यवस्था पर बात करने के लिए पार्षद संजय कुमार सिन्हा, दीपक कुमार साह, मो असगर, मो मेराज व नीलकमल के साथ नगर आयुक्त के कार्यालय गये थे. समस्या के निदान का आग्रह […]
भागलपुर: नगर निगम में गुरुवार को शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर गहमागहमी रही. पार्षद रंजन सिंह ने बताया कि वार्ड में सफाई व्यवस्था पर बात करने के लिए पार्षद संजय कुमार सिन्हा, दीपक कुमार साह, मो असगर, मो मेराज व नीलकमल के साथ नगर आयुक्त के कार्यालय गये थे. समस्या के निदान का आग्रह किया, तो नगर आयुक्त भड़क गये. उन्होंने कहा : तुम लोग मुख्यमंत्री से मेरी शिकायत करने गये थे.
जाओ मुख्यमंत्री ही इसका निदान करेंगे. पार्षद का आरोप था कि नगर आयुक्त ने असंसदीय भाषा का प्रयोग किया. कार्यालय से बाहर निकलने के लिए कहा. डिप्टी मेयर भी धरना पर. दे शाम तक डिप्टी मेयर डॉ प्रीति शेखर भी पार्षदों के साथ धरना पर रहीं.
पार्षद संध्या गुप्ता भी मामले की जानकारी मिलते निगम आयी. धरना पर बैठे पार्षद संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री से इस बात की शिकायत की जायेगी.नगर आयुक्त को वापस बुलाने की मांग की जायेगी. समय लिया, पर नहीं आये कर्मी. गुरुवार को अस्थायी सफाई कर्मियों ने निगम के बाहर कूड़ा उठा रहे एजेंसी के सफाई कर्मियों को खदेड़ दिया. उनकी कुदाल छीन ली. अस्थायी कर्मियों ने ट्रैक्टर की हवा भी निकाल दी. घटना की जानकारी मिलते ही आदमपुर थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और नगर आयुक्त से बात की. अपने कार्यालय जा रहे सिटी एसपी आदित्य कुमार भी निगम के गेट के पास रुके. सिटी एसपी को देख सभी अस्थायी कर्मी वहां से भाग गये. सिटी एसपी ने नगर आयुक्त से मामले की जानकारी ली. उनके जाने के बाद पुन: सफाई कर्मी मुख्य गेट के पास जमा हो कर नारेबाजी करने लगे. बाद में सफाई कर्मियों के नेता लड्डू हरि ने अपने साथियों के साथ नगर आयुक्त से वार्ता शुरू की. नगर आयुक्त ने उनको सरकार का पत्र दिखाया, कहा कि सरकार के निर्देश पर निजी कंपनी आयी है. अब सरकार ही कुछ कर सकती है. इस पर सफाई कर्मियों ने नगर आयुक्त से आधे घंटे का समय मांगा गया. उनको समय दिया गया पर वो लौट कर नहीं आये.
पार्षदों ने किया असंसदीय भाषा का प्रयोग : नगर आयुक्त. पार्षदों द्वारा लगाये गये सभी आरोपों को खारिज करते हुए नगर आयुक्त अवनीश कुमार सिंह ने कहा कि पार्षद उनके कार्यालय में आये और वार्ड की सफाई नहीं होने की बात की. इस पर उन्होंने कहा कि आप पार्षद हैं. सफाई व्यवस्था बनाने में सहयोग करें. इस पर पार्षदों ने कहा कि वो नौकर नहीं हैं. इस पर उन्होंने भी कहा कि निगम में कोई स्वामी भी नहीं है. नगर आयुक्त ने बताया कि अस्थायी सफाई कर्मियों को बात करने के लिए बुलाया गया था. उनलोगों ने समय भी लिया था, लेकिन देर शाम तक नहीं आये. सभी सफाई कर्मी भोले हैं. इन्हें कोई बाहर से कंट्रोल कर रहा है.
नगर आयुक्त से नहीं हो सकी बात : मेयर. मेयर दीपक भुवानियां ने कहा कि पार्षद-आयुक्त विवाद को लेकर उन्होंने नगर आयुक्त के मोबाइल पर बात करने की कई बार कोशिश की, लेकिन फोन लगातार व्यस्त होने के कारण बात नहीं हो पायी. मेयर ने बताया कि नगर सचिव देवेंद्र सुमन से इस बारे में बात हुई. नगर आयुक्त से बात करने को कहा गया. कुछ देर बात नगर सचिव ने फोन पर बताया कि नगर आयुक्त ने कहा कि पार्षदों के धरने से उन्हें फर्क नहीं पड़ता है. मेयर ने बताया कि उन्होंने पार्षद रंजन सिंह से भी बात की. रंजन सिंह ने कहा कि जब तक नगर आयुक्त पार्षदों से माफी नहीं मांगेंगे, तब तक धरना जारी रहेगा.
जनप्रतिनिधियों का सम्मान हो : डिप्टी मेयर. डिप्टी मेयर डॉ प्रीति शेखर ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारी सम्मानजनक व्यवहार करें. सफाई हर हाल में होनी चाहिए.
मांग माने जाने तक हड़ताल : लड्डू. अस्थायी सफाई कर्मियों के नेता लड्डू हरि ने कहा कि नगर आयुक्त बार-बार कह रहे हैं कि सरकार का निर्देश आया है. इसमें वह क्या कर सकते हैं, लेकिन अस्थायी सफाई कर्मी एजेंसी वालों के साथ काम नहीं करेंगे. करेंगे तो सिर्फ निगम के लिए काम. शुक्रवार को भी उन लोगों की हड़ताल जारी रहेगी.