भागलपुर: पिछले 48 घंटे से जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में निजी एजेंसी द्वारा चयनित सफाई कर्मियों व ट्रॉली मैन के हड़ताल पर चले जाने से मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है. गंदे व बदबूदार वार्डो के बीच मरीज रहने को मजबूर हैं. वहीं चिकित्सक व नर्स भी गंदगी के बीच ही मरीजों का इलाज कर रहे हैं.
उनका कहना है कि इस स्थिति में काम करना बहुत ही मुश्किल काम है. अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार मेडिकल वेस्टेज के रहने पर ऑपरेशन वाले मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है. उन्हें कभी भी संक्रमण हो सकता है.
क्या करें सर, यहां भी आफत है
झंडापुर के आलोक झा पिछले दस दिनों से अस्पताल में भरती हैं. परिजनों ने बताया कि एक्सरे कराना था. एक भी ट्रॉली मेन नहीं मिली. किसी तरह ट्रॉली जुगाड़ किया गया तब एक्सरे हुआ. खरीक राघोपुर के छोटी अठगामा के मिथिलेश शर्मा सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद इलाज के लिए अस्पताल आये थे. परिजनों ने बताया कि किसी तरह टांग कर इमरजेंसी लाये तो यहां ट्रॉली ही नहीं मिला.
किसी तरह सफाई करा दीजिए बहुत गंध करता है
हड्डी व मेडिसिन वार्ड के मरीज शनिवार को प्रभात खबर संवाददाता से कह रहे थे कि सर किसी तरह अस्पताल की सफाई करा दीजिए. कम से कम बाथरूम को साफ करा दीजिए, बहुत मेहरबानी होगी. एक तो चारों ओर गंदगी है उस पर बाथरूम जाने का मतलब है बेहोश होकर गिर जाना. नाक में पूरा गमछा बांध कर जाते हैं फिर भी परेशानी होती है. अस्पताल प्रबंधन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.