भागलपुर: ओम बाबा हत्याकांड के अभियुक्त कन्हैया सरावगी व पवन डालुका के खिलाफ न्यायालय से गिरफ्तारी वारंट मिलने के बाद सोमवार को तीन थानों की पुलिस ने उनके घरों में दबिश दी. गुप्त सूचना के आधार पर की गयी छापेमारी के बावजूद पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा. पुलिस टीम में आदमपुर के थानाध्यक्ष संतोष कुमार, जीरो माइल थानाध्यक्ष रोहित कुमार व कांड के अनुसंधानकर्ता दारोगा सुबोध पंडित सहित भारी संख्या में पुलिस बल मुस्तैद थे.
ज्ञात हो कि देवी बाबू धर्मशाला के पीछे एक कमरे में 30 वर्षो से रह रहे पुजारी ओम बाबा की हत्या 21 जून की देर रात कर दी गयी थी. हत्या के बाद अपराधियों ने साक्ष्य मिटाने का प्रयास किया. पुलिस को दिग्भ्रमित किया गया. लेकिन सिटी डीएसपी वीणा कुमारी व कोतवाली इंस्पेक्टर अमर नाथ तिवारी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद इस बात का खुलासा हो गया कि ओम बाबा की हत्या की गयी है. मामला दर्ज कर कांड के अनुसंधान के दौरान पुलिस को देवी बाबू धर्मशाला के ठेकेदार पवन डालुका व कन्हैया सरावगी के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिला. इस आधार पर पुलिस ने न्यायालय से उनके खिलाफ वारंट लिया. लेकिन दोनों पुलिस दबिश के कारण फरार हो गये हैं.
कुछ नहीं बोले पड़ोसी
पुलिस जब कन्हैया सरावगी के नया बाजार स्थित प्रेम कुंज के एक फ्लैट में छापामारी करने पहुंची तो दरवाजा बंद था. पड़ोसी से पूछने पर पड़ोसी ने कुछ भी नहीं बताया. दूसरी ओर पवन डालुका के घर नया बाजार में पुलिस ने उसके एक –एक कमरे की तलाशी ली लेकिन यहां भी पुलिस को निराशा ही हाथ लगी.