भागलपुर: नववर्ष के पहले दिन हर्ष व उल्लास वातावरण के बीच अधिकांश सरकारी कार्यालय सूने रहे. समाहरणालय परिसर में गुरुवार दोपहर बाद से ही सन्नाटा छा गया था. इक्का-दुक्का कार्यालय की ही कुरसियां कर्मचारियों से भरी थी. लगभग सभी पदाधिकारी के कक्ष भी खाली हो गये थे.
नये साल के स्वागत की खुमारी का आलम यह था कि जिलाधिकारी के साप्ताहिक जनता दरबार में भी गुरुवार को मात्र आठ आवेदन ही आये. आमतौर पर हर गुरुवार को पूर्वाह्न् 10 बजे से ही फरियादियों की कतार जिलाधिकारी कक्ष के बाहर लग जाती थी. औसतन 100 आवेदन जनता दरबार में आते थे.
लेकिन पहली जनवरी को जनशिकायत कोषांग के कर्मचारी भी बैठ कर आवेदकों का इंतजार कर रहे थे. तय समय मात्र आठ लोगों ने ही जनता दरबार में अपने आवेदन दिये. डीएम की अनुपस्थिति आवेदन ले रहे उप विकास आयुक्त डॉ चंद्रशेखर सिंह ने सभी आवेदनों को निष्पादन के लिए संबंधित पदाधिकारियों के पास भिजवा दिया. जनता दरबार समाप्त होने के बाद ही अधिकांश कर्मचारी व पदाधिकारी ने कार्यालय खाली कर दिया. अपराह्न् चार बजे के बाद कार्यालय तो खुले थे, लेकिन वहां इक्का-दुक्का ही कर्मचारी मौजूद थे.