कहलगांव: सारण के मशरक में विषाक्त भोजन से हुए स्कूली बच्चों की मौत की खबर सुन कर कई अभिभावकों ने अपने बच्चों को एमडीएम खाने से मना कर दिया. कुछ लोगों ने अपने बच्चों को टिफिन बॉक्स के साथ स्कूल भेजा. वहीं कहलगांव नगर क्षेत्र के आसपास के 28 विद्यालयों में एमडीएम मुहैया कराने वाले एनजीओ बाल विकास संस्थान ने भी बुधवार को कम भोजन बनाया. कहलगांव के एमडीएम एनजीओ के प्रभारी संचालक कमलेश कुमार ने बताया कि 28 में से 24 विद्यालयों में ही एमडीएम बांटे गये.
वैसे पूर्व से ही मध्य विद्यालय कागजी टोला में खराब भोजन मिलने के कारण दो दिनों से एमडीएम बंद करा दिया गया था. विद्यालय संचालन समिति के अध्यक्ष वार्ड सदस्य योगेन्द्र सहनी ने बताया कि एनजीओ द्वारा मुहैया कराये गये चावल में कभी कीड़े मिलते हैं तो कभी अनाज दरुगधयुक्त होता है. इसलिए इसे बंद करा दिया गया.
मध्य विद्यालय खुंटहरी में पिछले 3 जुलाई से घटिया खाना आपूर्ति किये जाने के कारण एमडीएम बंद करा दिया गया है. जिन स्कूलों में एमडीएम लिया भी गया, बच्चों एवं शिक्षकों ने डर-डर कर खाना खाया. ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में भी चावल तथा अन्य सामग्रियों को अच्छी तरह धो कर पकाया गया.