भागलपुर: श्री चौबे ने प्रभात खबर से बातचीत में बताया कि अब वे राजनीतिक जीवन के अलावा प्रकृति व पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भी काम करेंगे. इसके लिए अलग से एक कमेटी बनायेंगे और लोगों को जागरूक करेंगे. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के हादसे से सबक लें और प्रकृति से छेड़-छाड़ नहीं करें. यह हादसा प्रकृति के विपरीत हमलोगों की कार्यशैली का परिणाम है.
उत्तराखंड में हुए प्राकृतिक हादसे में मारे गये एवं लापता लोगों के लिए मंगलवार को भागलपुर नागरिक सेवा समिति द्वारा आंनदराम ढ़ांढ़नियां सरस्वती शिशु मंदिर में प्रार्थना सह श्रद्धांजलि सभा आयोजित किया गया. इसमें श्री चौबे शामिल हुए. कार्यक्रम में तीन पंडितों में पंडित सुभद्र मिश्र, प्रभाकर मिश्र एवं निशाकर मिश्र द्वारा पुरुष शुक्त प्रार्थना का पाठ कर शुरुआत की गयी. इस मौके पर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सह नगर विधायक अश्विनी चौबे एवं उनकी पत्नी जैसे ही विद्यालय पहुंचे अपने समर्थकों को देख उनके आंखों से आंसू छलक आये. इसे देख उपस्थित सभी समर्थकों के आंखों में भी आंसू आ गये. श्री चौबे समर्थकों से मिले एवं आपबीती सुनायी. कार्यक्रम में सबों ने मृत आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि अर्पित किया एवं लापता लोगों की खोज के लिए ईश्वर से प्रार्थना की.
कार्यक्रम में चौबे ने बताया कि इस हादसे को राष्ट्रीय नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय आपदा केंद्र सरकार को घोषित करना चाहिए. मेला विकास प्राधिकार के सदस्य अरुण कुमार सिंह, भाजपा नेता विष्णु शर्मा ने अपनी बातें रखी. कार्यक्रम में मंच संचालन जिलाध्यक्ष नभय कुमार चौधरी ने किया. इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष सत्य नारायण पांडे, योगेश पांडे, सुधीर चौधरी, पवन गुप्ता, शशि मोदी, जेएलएनएमसीएच अधीक्षक डॉ विनोद प्रसाद, डॉ केडी मंडल, डॉ आरपी जायसवाल डॉ वीणा यादव, साधना झा, चौबे जी की पत्नी नीता चौबे, अमरनाथ गोयनका, रंजन साह, सत्यनारायण पोद्दार, डॉ गोपाल कृष्ण मिश्र, डॉ शैलेश झा, डॉ रविंद्र राय, जगदीश शर्मा, विजय वर्मा, हरिवंश मणि सिंह, विंदु मिश्र, महेश्वरी प्रसाद सिंह, विजय सिंह प्रमुख, प्रवक्ता देव कुमार पांडे, विजय साह,योगेंद्र मंडल, शरद वाजपेयी, भोला मंडल, वीरेश मिश्र, सत्यनारायण सिंह, निंरजन साह, राधा रानी सिंह, अंजलि घोष, अरुण भगत, ब्रहदेव मंडल, सुरेंद्र पाठक, राजकिशोर सिंह, आलोक राय, अवध किशोर सिंह, कुंदन मिश्र, पूनम भगत सहित अन्य मौजूद थे.