भागलपुर: कमाल अशरफ और जयश्री ठाकुर के यहां आर्थिक अपराध इकाई (इआयू) की छापेमारी से सरकारी दफ्तरों में कुछ अधिकारी दहशत में हैं. वैसे अधिकारी अब परेशान हो रहे हैं, जो आय से अधिक संपत्ति बनाने में व्यस्त रहे हैं. इस दहशत का असर सरकारी दफ्तरों की आंतरिक कार्यप्रणाली पर भी पड़ा हैं. भागलपुर के घूसखोरों पर इओयू ने जिस अंदाज में शिकंजा कसा है उसकी चर्चा आम हो गयी है. चौक -चौराहों पर लोग चाव से चटकारा लेकर जयश्री ठाकुर व कमाल साहेब के काले धन की चरचा करते नहीं थक रहे. लोग तो खुलेआम जिले के कुछ अधिकारियों का नाम भी बोलने लगे हैं, जिन्होंने अपनी औकात से कई गुणा ज्यादा धन जमा किया है. एक व्यक्ति ने बताया कि एक अधिकारी को रिश्वत देनी थी लेकिन उस अधिकारी ने एक माह के लिए टाल दिया है.
यह समझ में नहीं आ रहा है ऐसा क्यों हो रहा है. जब कि वैसे काम के लिए अधिकारी समय नहीं लेते थे. रविवार को कोतवाली चौक पर चाय की दुकान पर लोग चर्चा कर रहे थे कि जब से इओयू का दहशत फैला है तब से कार्यालय के फाइलों के निबटारे को सांप सूंघ गया है. लोग यहां तक बोल रहे हैं कि कुछ अधिकारियों को धन नहीं मिल रहा तो फाइल को पास नहीं कर रहे हैं.
एक महीने में दूसरी बार इओयू ने मचाया हड़कंप शुक्रवार को भागलपुर की एडीएम जयश्री ठाकुर के तिलका मांझी स्थित सुंदरम अपार्टमेंट में की गयी इओयू की छापेमारी से पहले 19 जून को आय से अधिक संपत्ति के मामले में भागलपुर के जिला अवर निबंधक कमाल अशरफ के घर दबिश दी गयी थी. छापेमारी के दौरान अशरफ के घर से 6900 रुपये नगद, पत्नी के नाम करीब 11 लाख रुपये निवेश के कागजात मिले. इसके अलावा उनके बैंक अकाउंट में भी लगभग सात लाख रुपये थे जिसे सील कर दिया गया था. इओयू ने संपत्ति के मामले में जिला अवर निबंधक अशरफ से घंटों पूछताछ की थी. टीम ने सुबह करीब साढ़े छह बजे इशाकचक थाना क्षेत्र के इसलाम नगर, बरहपुरा स्थित श्री अशरफ के आवास पर पहुंची थी.
अब क्या करेंगे घूसखोर
एक अधिकारी ने भागलपुर में तीन-चार जगहों पर जमीन व फ्लैट खरीदा है. उनके नाम से भागलपुर व पूर्णिया में जमीन व मकान है. वे पहले भी भागलपुर में कार्यरत थे. उन दिनों एक महत्वपूर्ण विभाग में थे. उन्होंने जिस जमीन को बरारी थाना क्षेत्र में खरीदा था, उनकी जमीन से सटे एक प्रोपर्टी डीलर की हत्या हो गयी थी. बता दें कि उक्त जमीन को कई टुकड़ों में बेचा गया था.
आज भी इस जमीन का एक टुकड़ा उक्त अधिकारी के नाम पर है. सूत्र बताते हैं कि उक्त अधिकारी ने भागलपुर के कई सफेदपोशों की मदद कर अकूत धन अजिर्त किया है. आज की तिथि में भी ये फाइलों के निबटारे में अवैध उगाही करते हैं.
दबिश दे सकती है इओयू
खुफिया सूत्र बताते हैं कि अररिया में एक बीडीओ साहेब थे. उन्होंने बीडीओ रहते करीब चार-पांच जगहों पर जमीन व मकान बना रखा है. इनके घर इओयू दबिश दे सकती है. बाद में प्रमोशन पा कर वे पूर्णिया पहुंच गये थे. बता दें कि इनके नाम से एक होटलनुमा मकान है. बताया जाता है कि ये राजनीतिज्ञों को चुनाव के दौरान मदद भी करते रहे हैं.