संवाददाता भागलपुर : दिसंबर का पहला सप्ताह बीतते ही मौसम में ठंड का असर बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को सूरज की ताका-झांकी के बाद शाम को पहले तो कुहासे ने, फिर सर्द हवाओं ने ठंडक बढ़ा दी. सुबह दस बजे के बाद खिली धूप चार से पांच घंटे में ही विदा हो गयी और शाम को वातावरण में ठंडक बढ़ गयी.
शाम छह बजे के बाद से छाया कुहासा देर रात 11 बजे छंटने लगा. कुहासे का असर खत्म हुआ नहीं था कि अचानक सर्द हवाएं तेज हो गयी और शहर में ठंड बढ़ गयी. रात में बढ़ी ठंड कंबल पर भारी पड़ रही थी और सर्द हवाओं के कारण बढ़ी सिहरन ने रजाई निकालने को मजबूर कर दिया. ग्रामीण इलाके में तो स्थिति और भी बुरी थी.
कुहासे ने देर रात लोगों के घरों का रास्ता भुला दिया. शहर में नो इंट्री खत्म होने के बावजूद कोहरे ने वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगा दिया. 60 किमी प्रति घंटा से ज्यादा की गति से चलने वाले ट्रक व अन्य वाहन सड़क पर रात 12 बजे तक रेंगते नजर आये. कोहरे के कारण दो से तीन मीटर तक भी आगे देख पाना मुमकिन नहीं था. वाहनों की लाइट का असर कम पड़ जा रहा था. कुहासा का असर कम होने के बाद वाहनों की रफ्तार बढ़ी. यही हाल रेलवे का भी था. फरक्का, सुपर समेत कई ट्रेनें सात से आठ घंटे विलंब से चल रही थी. मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि कोहरे से राहत के लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है.