भागलपुर: देश भर में देश के विभिन्न प्रांतों की लोक कला व संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आगरा के 75 वर्षीय केशव प्रसाद सिंह उर्फ गुरुजी ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया.
सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, आगरा के सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक एवं डॉ बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा के ललित कला संस्थान में गेस्ट लेरर एवं नाटक विभाग के अध्यक्ष रहे केशर सिंह ने बताया अब तक उन्होंने 15 प्रांतों के 120 स्थानों पर लगभग 100 नाटकों का निर्देशन किया और देश के विभिन्न अंचलों में 1000 प्रस्तुति. 90 अखिल भारतीय नाटक प्रतियोगिता में भागीदारी की, जिसमें उनके कलाकारों को 255 पुरस्कार मिल चुके हैं. 40 नाटकों की चार संग्रह नाट्यांजिल की भी रचना की. विभिन्न संस्थाओं से उन्हें व्यक्तिगत रूप से 108 अवार्ड मिल चुके हैं.
उन्होंने दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि अधिकतर असली कलाकारों को सरकारी अवार्ड से वंचित होना पड़ता है. आगरा की सांस्कृतिक संस्था संस्कार भारती ने इस वर्ष उनका नाम पद्म भूषण के लिए नामित किया है. किया है. इस बार उनके नाम से आगरा में अमृत महोत्सव कराया जा रहा है, जो पूरे देश में भी होगा. उन्होंने बताया नाटक, संगीत, नृत्य परफार्मिग आर्ट में आता है. नाटक को पाठ्यक्रम को लाने का प्रयास किया जा रहा है. आंशिक सफलता भी मिली है. यूजीसी ने चार वर्षीय कोर्स लाया है. स्नातकोत्तर में दो वर्ष का. यह कोई भी विश्वविद्यालय कर सकता है. भागलपुर के तिलकामांझी विश्वविद्यालय के लिए भी कुलपति महोदय से चर्चा की जायेगी.