भागलपुर: पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संपर्क यात्र के दौरान कार्यकर्ताओं में जान तो फूंक गये, लेकिन पार्टी में विवाद शुरू हो गया है. ताजा विवाद कई कार्यकर्ताओं को मंच पर जगह नहीं मिलने को लेकर शुरू हुआ है.
जिलाध्यक्ष को इस मुद्दे पर निशाने पर लिया गया. इस मुद्दे पर कुछ कार्यकर्ता अध्यक्ष के समर्थन में तो कुछ विरोध में आ गये हैं. इस मुद्दे को उठाने वाली सुमन यादव का कहना है कि सम्मान के लिए जंग जारी रहेगा. संपर्क यात्र के दौरान कई नेताओं को मंच पर जगह नहीं मिली. यह पार्टी के कई नेताओं को नागवार गुजरा.
उन्होंने इसके लिए जिलाध्यक्ष अजरुन साह को दोषी ठहराया. पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य सुमन यादव ने इसके लिए जिलाध्यक्ष को दोषी ठहराया तथा शनिवार को बैठक कर उनके खिलाफ हल्ला बोल दिया. रविवार को जदयू के पूर्व जिला महासचिव अनिल कुमार सिंह ने जिलाध्यक्ष का समर्थन करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में कार्यक्रम काफी सफल रहा. जिलाध्यक्ष पर आरोप लगाने वाले अपने गिरेबान में झांके कि वह दल के प्रति कितने वफादार हैं. गणोश परिक्रमा करनेवाले नेताओं से पार्टी का भला नहीं होनेवाला है. जिलाध्यक्ष सभी कार्यकर्ताओं का पूरा सम्मान करते हैं.
पार्टी के जिला महासचिव सकलदेव मंडल ने जिलाध्यक्ष की खिलाफत करते हुए कहा कि वह बतायें दल में वरिष्ठता का मतलब क्या है. जिलाध्यक्ष को सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए. अगर वे माफी नहीं मांगते हैं, तो इसकी शिकायत पार्टी के राष्ट्रीय व प्रदेश अध्यक्ष के साथ- साथ नीतीश कुमार से की जायेगी. श्रीमती यादव ने कहा कि दल के प्रदेश अध्यक्ष को सारी बातों से अवगत कराया जायेगा. जिलाध्यक्ष श्री साह कुछ भी कहने से इनकार करते हुए सिर्फ इतना ही कहा कि मैं अनुशासन से बंधा हूं.