भागलपुर: बैंकों में एक दिवसीय हड़ताल की पूर्व संध्या पर बैंकिंग क्षेत्र से संबद्ध श्रमिक संगठनों ने स्टेट बैंक के मुख्य शाखा के सामने प्रदर्शन किया. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर बैंकों में हड़ताल बुधवार को है.
इस हड़ताल का मुद्दा वेतन समझौता की मांग है. यह 2012 के नवंबर से लंबित है. प्रदर्शन के दौरान विभिन्न वक्ताओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये. बैंक कर्मियों के समूह को संबोधित किया गया. वक्ताओं ने कहा कि वेतन समझौता की तरफ भारत सरकार और भारतीय बैंकिंग संघ अपने अड़ियल रुख पर कायम है. भारत सरकार भी तटस्थ है. वक्ताओं ने कहा कि इस एकदिवसीय हड़ताल के बाद भी सार्थक फैसला के लिए पहल नहीं होती है, तो इस्टर्न जोन में चार दिसंबर को भी बैंकों में हड़ताल की जायेगी. उन्होंने बताया कि इस एक दिवसीय हड़ताल में एसबीआइ, राष्ट्रीयकृत बैंक, प्राइवेट बैंक समेत एटीएम भी बंद रहेंगे. ग्राहकों को होनेवाली असुविधा के लिए खेद प्रकट किया गया. साथ ही इस आंदोलन को समर्थन देने का भी आग्रह किया गया.
प्रदर्शन यूएफबीयू के जिला संयोजक अरविंद कुमार रामा की अगुवाई में आयोजित की गयी. सभा को एआइबीओ के जिला संयोजक प्रशांत कुमार मिश्र, एसबीआइ ऑफिसर्स एसोसिएशन के सहायक महासचिव अशोक झा, कर्मचारी संगठन के कैलाश बिहारी यादव, यूएफबीयू के अरुण कुमार सिंह, तारकेश्वर प्रसाद घोष, दिलीप झा समेत अन्य नेताओं ने संबोधित किया. प्रदर्शन में महिला कर्मचारी और अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे.