भागलपुर: मां दुर्गा की पूजा के लिए पूजा पंडालों और मंदिरों में गुरुवार और शुक्रवार को श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. साथ-साथ मनोरंजन के लिए भी लोगों की भीड़ उमड़ी. दुर्गा पूजा को लेकर जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इससे आस्था और मनोरंजन का संगम हो गया.
मेला में बच्चे-बूढ़े एक समान : नवमी व दशमी को अधिकतर पूजा स्थानों के आसपास झूले, चाट-पापड़ी, खिलौने व तमाशा की दुकानें सजी थी. मारवाड़ी पाठशाला परिसर, मुंदीचक गढ़ैया, हुसैनाबाद,अलीगंज सभी जगह श्रद्धालुओं की खचाखच भीड़ थी. बच्चे, बूढ़े, जवान व महिलाएं सभी समान रूप से भक्ति में डूबे हुए थे. बच्चे झूले पर चढ़ कर आनंदित हो रहे थे.
महिलाओं ने खेला सिंदूर : शहर के कई स्थानों जैसे कालीबाड़ी व दुर्गाबाड़ी में माता दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन कर दिया गया. इससे पहले महिलाओं ने सिंदूर खेल खेला. कालीबाड़ी से प्रतिमा का विसर्जन शोभायात्रा निकाली गयी, जो घंटाघर, आदमपुर, मानिक सरकार चौक होते हुए मानिक सरकार गंगा तट पहुंच माता की प्रतिमा का विसर्जन कर दिया गया. आयोजन में डॉ सुजाता शर्मा, महासचिव विलास बागची, तापस घोष, तरुण घोष, बाबू मुखर्जी, परिमल कंसोबनिक, काबुल सिंह, स्नेह बागची, तपन चटर्जी, रूपक सिन्हा, गणोश राय, गौतम साह आदि का योगदान रहा. दुर्गाबाड़ी में भी महिलाओं ने सिंदूर का खेल खेला. इसके बाद यहां से प्रतिमा विसर्जन शोभायात्र मानिक सरकार, आदमपुर, खंजरपुर होते हुए मुसहरी घाट प्रतिमा पहुंची, जहां पर माता की जयकारा के साथ विसर्जन कर दिया गया. दुर्गाबाड़ी की प्रतिमा विसर्जन शोभायात्र में भारी संख्या में महिलाएं व युवतियां भी नाचते-गाते विसर्जन घाट तक पहुंची और विसर्जन के बाद ही लौटी. उनका उमंग देखते ही बनता था. आयोजन में अमिता मोइत्र, सचिव सुब्रतो मोइत्र, संजय घोष, निरुपम कांति पाल, उत्तम देवनाथ, अमलान डे आदि का योगदान रहा.
डांडिया के साथ हुआ प्रतिमा का विसर्जन
मोहद्दीनगर दुर्गा स्थान से शनिवार को माता दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन नौनी बाबू तालाब में कर दिया गया. इससे पहले आसपास क्षेत्र की 200 से अधिक महिलाएं व युवतियों ने डांडिया नृत्य कर प्रतिमा शोभायात्रा निकाली. डांडिया करती युवतियों और महिलाओं देख कर ऐसा लग रहा था कि मानों यहां भी गुजरात उतर आया हो. विसर्जन शोभायात्र मिरजान हाट, शीतला स्थान चौक होते हुए शिव पुरी कॉलोनी पहुंची, जहां तालाब में प्रतिमा को विसर्जित कर दिया गया. शोभायात्र में संरक्षक सुरेंद्र गुप्ता, राज किशोर सिंह, अध्यक्ष ध्यानेश्वर प्रसाद, सचिव दयाल गुप्ता, संयुक्त सचिव राकेश रंजन केशरी, कोषाध्यक्ष डॉ राज किशोर, गणोश मालाकार आदि शामिल थे. इससे पहले नवमी पर शुक्रवार को नृत्य एवं संगीत कार्यक्रम हुआ. दशमी पर चांदो सौदागर नामक नाटक का मंचन हुआ. नाटक में मनोज पंडित एवं अजय अटल की विशेष भूमिका रही. माइकल डांस ग्रुप की ओर से शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया गया. मंच का संचालन राकेश रंजन केसरी ने किया.