भागलपुर: सबौर कृषि विश्व विद्यालय में राइस ( चावल बीज) विभाग में कार्यरत लिपिक अमरेश्वर प्रसाद की मौत रविवार की शाम रेलवे फाटक के समीप हो गयी. लिपिक का शव सबौर रेलवे फाटक के पास पड़ा था. छोटे भाई महेश प्रसाद ने आरोप लगाया है कि किसी ने रुपये-पैसे छीनने के दौरान उनके भाई की हत्या कर दी है.
रेलवे फाटक पर मौजूद केबिन मेन दया शंकर ने बताया कि शाम 06.40 बजे गया-हावड़ा ट्रेन भागलपुर की ओर से आ रही थी. उसी ट्रेन से अमरेश्वर की झटका लगने से मौत हुई है. इसकी सूचना उसने मेमो काट कर जीआरपी थाना को भेज दिया है. रात 11 बजे जयनगर हावड़ा ट्रेन से जीआरपी थाना की पुलिस आयी और शव को अपने कब्जे में लेकर भागलपुर ले गयी. शव का सोमवार को पोस्टमार्टम कराया जायेगा.
महेश ने बताया कि वह 7.30 बजे शाम में बूढ़ानाथ मोहल्ले में चाय पी रहे थे. इसी दौरान फोन आया कि आपके भाई की मौत हो गयी है, जल्दी सबौर आइए. आये तो फाटक के बगल में भैया का शव पड़ा था. उनके पैंट व अन्य वस्त्र खुले हुए थे. ऐसा लगता है कि किसी ने हत्या कर शव को यहां फेंक दिया है. भाई के सिर में तीन इंच लंबा व गहरा एवं पैर के तलवे में जख्म के निशान है. उनका आरोप है कि अगर ट्रेन से कटने से उनके भाई की मौत होती तो खून बिखरा होता, लेकिन ऐसा नहीं है. उन्होंने बताया कि भाई सब्जी खरीदने 5.30 बजे घर से निकले थे. उनके पास हमेशा 20-25 हजार रुपये कैश रहता था. कैश को लेकर उनकी हत्या हुई है.