भागलपुर: सैंडिस कंपाउंड में रविवार को दो दिवसीय स्वास्थ्य महाकुंभ के समापन मौके पर आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि जेएलएनएमसीएच में जल्द ही न्यूरो फिजिसियन की व्यवस्था होगी. 203 सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति इतने दिनों में मैंने एक साथ की है. डॉ एके सिंह से मैंने आग्रह किया है कि वे बीच-बीच में यहां आयेंगे और विजिटिंग न्यूरो फिजिशियन के तौर पर कार्य करेंगे. गरमी को देखते हुए मंत्री ने कहा कि अगली बार से महाकुंभ फरवरी में लगाया जायेगा.भागलपुर में मुक्ति धाम बनाने का कार्य प्रक्रिया में है इसे जल्द ही पूरा किया जायेगा.
कार्यक्रम में बांका की सांसद पुतुल कुमारी ने कहा कि कैंसर एवं हर्ट की बीमारी से हर तीसरा शख्स मर जाता है या ग्रसित रहता है. यह खान-पान और बदलते लाइफ स्टाइल के कारण हो रहा है. बीमारियों के अलावा दूसरे तरह की थेरेपी की भी आवश्यकता है. इसमें योग, एक्यूप्रेशर एवं मानसिक विकृतियों पर भी ध्यान देने की जरूरत है. हर जिले में मनोचिकित्सकों की आवश्यकता हो गयी है जो समय-समय पर कैंप लगा कर लोगों को जागरूक कर सके.
जदयू विधायक सह सचेतक नीता चौधरी ने कहा कि लोग बीमारी का इलाज तब कराते हैं जब वह अंतिम स्टेज में होता है. ऐसे में चिकित्सक कह देते हैं कि हम कुछ नहीं कर सकते हैं. लोग जागरूक होकर अपने वाहनों को ठीक कराने के समान शरीर का भी इलाज कराएं.
जदयू विधायक सह सचेतक गोपाल मंडल ने कहा कि अस्पताल में सबसे अधिक न्यूरो चिकित्सक की आवश्यकता है. रोड एक्सीडेंट में हेड इंज्यूरी अधिक होती है. इसमें आधे पटना जाने में रास्ते में ही मर जाते हैं. यहां सजर्न तो आ गये हैं पर फिजिशियन न्यूरो चिकित्सक रहें तभी तो इलाज होगा. एमआरआइ कराना है तो पटना जाना पड़ता है. यह व्यवस्था भी होनी चाहिए.
सुलतानगंज के जदयू विधायक सुबोध राय ने कहा कि जयप्रकाश उद्यान में सुविधा नहीं बढ़ रही है. पर्यावरण की अच्छी व्यवस्था हो. प्याउ लगे हैं पर उसमें पानी नहीं आता है कभी बिजली नहीं तो कभी पानी नीचे जाने की बात कही जाती है. लाखों रुपये इसमें खर्च हुए हैं.
प्रमंडलीय आयुक्त मिन्हाज आलम ने कहा कि महाकुंभ में आये मरीजों को यह सूचना देनी चाहिए कि वे इसके बाद कहां और किन से मिल कर अपना इलाज करायेंगे. जेएलएनएमसीएच के रोगी कल्याण समिति में राशि का काफी अभाव हो गया है चूंकि पैथोलॉजी जांच फ्री कर दिया गया है तो फंड बचता ही नहीं है.
आइजी, जितेंद्र कुमार ने कहा कि पिछले साल 12 हजार मरीजों का इलाज किया गया इस बार 16 हजार हुआ है. यह कार्यक्रम की सफलता का प्रमाण है. तंबाकू के सेवन से जिस तरह से कैंसर के मरीज बढ़ रहे हैं इससे लोगों को बचना चाहिए. सार्वजनिक स्थानों पर स्मोकिंग करनेवालों की सूचना पुलिस को दें. स्कूलों के सौ मीटर की दूरी पर भी यह कोई नहीं कर सकता है. यह पूरी तरह से अवैध होगा.
कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के कुलपति मेवा लाल चौधरी ने कहा कि जिस तरह से जलवायु परिवर्तन पर लगातार चर्चा की जाती रही है, उससे लोगों को अभी से सचेत रहने की आवश्यकता है. स्वास्थ्य चेतना से बहुत लाभ होगा.
भागलपुर के जिलाधिकारी प्रेम सिंह मीणा ने कहा कि महाकुंभ के माध्यम से 12 हजार गांवों में यात्र के माध्यम से मंत्री जी ने जिस तरह से लोगों का इलाज कराया है वह बहुत बड़ी बात है. स्वास्थ्य सेवाएं कुछ लोगों तक ही सीमित नहीं रहे इसके लिए यह कार्यक्रम आयोजन किया गया. कुल 104 स्टॉल में कई गंभीर बीमारियों के इलाज की भी जानकारी दी गयी. कुल मिला कर 16296 मरीजों की जांच की गयी. यह सभी के सहयोग से हो पाया है. इसमें फिजिशियन व मेडिसिन में 1314, गायनी में 851,शिशु में 257, एक्सरे में 146, इसीजी में 120, लेप्रोस्कोपिक में 49, गैस्ट्रोइंट्रोलॉजिस्ट में 327, इएनटी में 169 मरीजों एवं अन्य स्टॉल पर मरीजों की जांच की गयी.