नवगछिया: गोपालपुर विधायक और सरकार में सचेतक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल ने खुले मंच से विरोध प्रदर्शन की मंशा रखनेवाले शिक्षकों से कहा कि अगर काला झंडा फहराया तो लाल झंडा फहरा दूंगा. धरहरा में मुख्यमंत्री के आने में कुछ ही समय बाकी रह गया था.
सभा स्थल पर किसी प्रकार का मंच नहीं बनाया गया था लेकिन मंच स्थल पर करीब 25 से 30 कुरसियां लगायी गयी थी. इसके बाद दो सुरक्षा चक्र के बाद आम लोगों और स्थानीय नेताओं के लिए दो कतार में कुरसियां लगायी गयी थी. एका एक विधायक गोपाल मंडल दर्शक दीर्घा में उपस्थित हुए. उन्होंने कहा, देखिये भाई पहले ही कह रहा हूं अगर यहां पर शिक्षक बैठे हैं तो सचेत हो जायें. अगर किसी ने काला झंडा दिखाया तो वे उसके घर पर जाकर लाल झंडा फहरा देंगे.
श्री मंडल ने कहा कि यह क्षेत्र उनका है इसलिए सचेत रहें. बड़ी मार मारेंगे. बहुत पिटाई करेंगे. श्री मंडल ने इस तरह का खुला संबोधन दोनों कतारों में बारी-बारी से किया.इसके बाद कुछ वरिष्ठ मीडिया कर्मियों को अपने वक्तव्य की व्याख्या करते हुए बताया कि लाल झंडा का मतलब खून होता है. हालांकि बाद में श्री मंडल लाल झंडे से हरे झंडे पर भी उतर आये. इसी बीच नारायणपुर के एक शिक्षक नेता सभा स्थल के अगल बगल मंडराते दिखे.
उन्हें तुरंत सुरक्षा कर्मियों और नेताओं ने गंभीर परिणाम के बारे में आगाह कर स्थल से चलता किया. फिर सभा की ओर बढ़ रहे शिक्षक नेताओं के झुंड को भी बाहर का रास्ता दिखाया गया. दबी जुबान से कुछ शिक्षकों ने श्री मंडल के बयान के निंदा भी की है. इधर श्री मंडल का कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है.