ब्रजेश
भागलपुर : श्रावणी मेला, सुल्तानगंज में रविवार दोपहर बाद से 24 घंटे बिजली मिलने लगेगी. मेला को मिलनेवाली बिजली भागलपुर के हिस्से की होगी. यानी, सबौर ग्रिड से ही संचरण लाइन (एक लाख 32 हजार वोल्ट) पर 33 हजार वोल्ट बिजली आपूर्ति करायी जायेगी. यह व्यवस्था अस्थायी तौर पर श्रावणी मेला को ध्यान में रख कर की जा रही है.
इससे मदरिया ग्रिड (सुल्तानगंज) पर श्रावणी मेला की बिजली की निर्भरता लगभग समाप्त हो जायेगी. मदरिया ग्रिड से जो एक पावर ट्रांसफारमर से बिजली आपूर्ति हो रही है, वह सुल्तानगंज में होती ही रहेगी. भागलपुर से बिजली आपूर्ति करने से मदरिया ग्रिड को तुरंत में दो पावर ट्रांसफारमर की आवश्यकता नहीं रहेगी. श्रावणी मेला के उद्घाटन के दिन ही मदरिया ग्रिड में आग लग गयी थी. इसमें एक पावर ट्रांसफारमर जल गया था. 20 एमवीए पावर ट्रांसफारमर को बिजली लेने की क्षमता अधिकतम 12 मेगावाट रहने के कारण बारी-बारी से सुल्तानगंज व कांवरिया पथ को आपूर्ति हो रही है. परिणामस्वरूप सुल्तागंज घाट किनारे से लेकर पूरा कांवरिया पथ अंधेरे में है.
इसके अलावा शाहकुंड, तारापुर, शंभुगंज, बेलहर व खड़गपुर विद्युत उपकेंद्र की भी बिजली ठप है. सबौर ग्रिड से सुल्तानगंज को जाने वाली संचरण लाइन का ट्रायल शनिवार को लिया गया. रविवार को भी बिजली आपूर्ति कर ट्रायल लिया जायेगा. इसके बाद दोपहर बाद से बिजली आपूर्ति होने लगेगी. ट्रांसमिशन के अधिकारियों ने बताया कि सुल्तानगंज को भागलपुर और खड़हरा दोनों रास्ते से बिजली आपूर्ति की जायेगी. उन्होंने बताया कि खड़हरा से जो 12 मेगावाट बिजली आपूर्ति हो रही है, वह सुल्तानगंज को होते रहेगी. भागलपुर से 10 मेगावाट बिजली शाहकुंड, खड़गपुर, तारापुर आदि विद्युत उपकेंद्र को मिलेगी.
भागलपुर को पूरे सावन मिलेगी 50 मेगावाट : भागलपुर के हिस्से की बिजली में 10 मेगावाट की कटौती होगी. कटौती की गयी बिजली सुल्तानगंज को सीधी आपूर्ति होगी. यानी, पूरे सावन भागलपुर को 50 मेगावाट बिजली ही मिलेगी. इस कारण शहर में बिजली संकट रहेगा. वर्तमान में 17 जुलाई से भागलपुर को 60 मेगावाट बिजली मिल रही है
बदलना होगा मदरिया ग्रिड का पावर ट्रांसफारमर : मदरिया ग्रिड के खराब पड़े दो पावर ट्रांसफारमर अब बदले जायेंगे. शनिवार को ट्रांसमिशन पूर्णिया के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर के सामने ट्रांसफारमर बनाने वाली कंपनी के इंजीनियर ने खराब ट्रांसफारमरों की जांच की. जांच के बाद बताया गया है कि अब ये पावर ट्रांसफारमर मरम्मत नहीं हो सकेंगे. इधर, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड पावर ट्रांसफारमर को बदलने की जुगत में लग गये हैं. अधिकारियों ने दावा किया है कि श्रावणी मेला के दौरान ही पावर ट्रांसफारमर को बदल दिया जायेगा.