भागलपुर : टीएमबीयू से पीएचडी कर रहे दो छात्रों का एक ही थीसिस बीआरए विवि मुजफ्फरपुर में पकड़ा गया है. थीसिस जांच करने के लिए टीएमबीयू से मुजफ्फरपुर विवि के एक्सपर्ट को भेजा था. जांच के क्रम में दोनों छात्रों का एक ही थीसिस सामने आया. एक्सपर्ट ने थीसिस को रिजक्ट कर दिया और इसकी शिकायत टीएमबीयू के कुलपति से की है. ऐसे में दोनों छात्रों का पीएचडी प्रक्रिया रद्द हो सकती है.
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एक ही थीसिस पर दो छात्र कर रहे थे पीएचडी, पकड़ाये
भागलपुर : टीएमबीयू से पीएचडी कर रहे दो छात्रों का एक ही थीसिस बीआरए विवि मुजफ्फरपुर में पकड़ा गया है. थीसिस जांच करने के लिए टीएमबीयू से मुजफ्फरपुर विवि के एक्सपर्ट को भेजा था. जांच के क्रम में दोनों छात्रों का एक ही थीसिस सामने आया. एक्सपर्ट ने थीसिस को रिजक्ट कर दिया और इसकी […]
एक ही थीसिस…
कुलपति ने मामले में रिसर्च बोर्ड से पीएचडी संबंधित दोनों छात्रों की सारी जानकारी मांगी है. टीएमबीयू के पीजी राजनीति विभाग के छात्र जॉन रॉलस (जस्टिस) विषय पर पीएचडी कर रहे हैं. विवि शिक्षक के अंदर दोनों छात्र पीएचडी कर रहे हैं. दोनों छात्र का सेम टॉपिक है. इस तरह के मामले पूर्व से होते आ रहे हैं. पीएचडी के लिए कुछ ऐसे-ऐसे टॉपिक विवि को भेजे गये हैं, जिसे विवि सीधे उस टॉपिक को खारिज कर दिया है. कुलपति को शिकायत मिली है कि पीएचडी कराने के लिए विवि में माफिया हावी हैं. दूर-दराज के छात्र उनलोगों से संपर्क साधते हैं. उन माफियाओं के द्वारा पीएचडी करने वाले छात्रों को टॉपिक दिये जाते हैं.
इसके एवज में उन छात्रों से मोटी रकम वसूली जाती है. पीएचडी प्रक्रिया से संबंधित सारा मैटिरयल उपलब्ध करा दिया जाता है. जब उन छात्रों का पीएचडी संबंधित सारी प्रक्रिया पूर्ण हो जाती है. इसके एवज में उन छात्रों से मोटी रकम लाखों में वसूली जाती है.
बीआरए विवि मुजफ्फरपुर ने थीसिस रिजक्ट किया
‘टर्न इट इन’ पकड़ेगी शोध छात्रों की चालाकी
टीएमबीयू से पीएचडी करना अब आसान नहीं होगा. 30 फीसदी से अधिक कॉपी का थीसिस लिखने पर छात्र पकड़े जायेंगे. विवि ने ट्रर्न इट इन साफ्टवेयर की खरीदारी कर ली है. अंगरेजी विषय के लिए भी साफ्टवेयर मंगाया जा रहा है. कुलपति प्रो झा ने बताया कि पूर्व में पीएचडी करनेवाले छात्र पूरा का पूरा थीसिस कॉपी करते थे, लेकिन इस साफ्टवेयर से 30 फीसदी कॉपी के बाद ज्यादा होने पर छात्रों की चालाकी साफ्टवेयर पकड़ लेगा. यह बतायेगा कि छात्र ने कितना प्रतिशत थीसिस कॉपी कर लिखा है.
दोनों छात्रों की पीएचडी प्रक्रिया हो सकता है रद्द
कुलपति ने रिसर्च बोर्ड से मांगी रिपोर्ट
बोले कुलपति प्रो नलिनी कांत झा
मामले को लेकर कुलपति प्रो नलिनी कांत झा ने बताया कि दो छात्रों का सेम थीसिस व टॉपिक भी एक है. इसकी जानकारी मुजफ्फरपुर विवि के एक्सपर्ट ने फोन पर बताया.
बोले कुलपति प्रो नलिनी कांत झा…
मुजफ्फरपुर विवि के एक्सपर्ट ने दोनों थीसिस को रिजेक्ट कर दिया है. उन्होंने बताया कि उन छात्रों का पीएचडी संबंधित सारी चीजों की जानकारी रिसर्च बोर्ड से मांगी गयी है. पीएचडी कराने वाले शिक्षक स्थानीय कॉलेज के हैं. उनके बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही है. छानबीन के बाद कार्रवाई की जायेगी.
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