भागलपुर: पीरपैंती,साहेबगंज होते हुए रांची जाने वाली वनांचल एक्सप्रेस की एसी बोगी में एक बार फिर स्थानीय यात्रियों व छात्रों का कब्जा होने लगा है. कुछ दिन पूर्व तक एसी बोगी में आरपीएफ जवानों की तैनाती के बाद यह सिलसिला थमा था, लेकिन चुनाव के दौरान आरपीएफ जवानों की ड्यूटी चुनाव में लगने के बाद पुलिस गश्त कमजोर हुई और इसका फायदा छात्र और स्थानीय यात्री उठाने लगे. हालांकि चुनाव समाप्त होने के बाद आरपीएफ जवान लौट आये हैं, लेकिन वनांचल में गश्त नहीं बढ़ायी गयी है. बता दें कि मार्च में ट्रेन में बेटिकट यात्रियों के उत्पात पर रेल डीआइजी केएस अनुपम ने संज्ञान लेते हुए वनांचल एक्सप्रेस के एसी बोगी में सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया था.
एसी बोगी में आरपीएफ के चार- एक और जीआरपी के एक-चार की संख्या के जवान बढ़ाये गये थे. साहेबगंज रूट में जाने वाली इस ट्रेन के दोनों एसी बोगी में भागलपुर स्टेशन से ही बोगी के गेट पर जवानों की तैनाती रहती थी. बिना एसी टिकट के कोई दूसरा यात्री बोगी में नहीं चढ़ता था. बोगी के एक गेट को बंद कर एक ही गेट से यात्रियों को प्रवेश कराया जाता था. मई से एक बार फिर सुरक्षा में कमी के कारण एसी बोगी में लोकल यात्री बड़े मजे से चढ़ने लगे. इस ट्रेन में एसी टू टायर का बोगी भी लग रहा है. पर इन सबमे बेटिक यात्रियों का कब्जा रहने लगा है.
इससे एसी बोगी के यात्रियों को परेशानी होने लगी. अब तो सिर्फ जीआरपी के एक चार के जवान ही ट्रेन से चलते है. दोनों एसी बोगी में एक -एक जवान को सुरक्षा में लगाया गया है. वह भी दिखायी नहीं देते. जीआरपी के जवान तो रहते ही नहीं हैं. गुरुवार को एसी बोगी में बड़े आराम से स्थानीय यात्री पुलिस के सामने चढ़े. इस दौरान न तो पुलिस रोकती है और न ही टीटीइ टिकट चेक करने की जहमत उठाते हैं.