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कहलगांव की छात्रा को 20 हजार में बेचा आरोपित महिला व खरीदार गिरफ्तार

कहलगांव : एनटीपीसी थाना अंतर्गत आलमपुर गांव की नाबालिग लड़की को 20 हजार रुपये में मोतिहारी में बेचने के आरोप में पुलिस ने फरार महिला नीलम देवी को उसके घर आलमपुर से ही सोमवार को गिरफ्तार किया. पुलिस ने मोतिहारी निवासी सत्तन राय से उक्त लड़की को सकुशल मुक्त करा परिजनों को सौंप दिया. वहीं […]

कहलगांव : एनटीपीसी थाना अंतर्गत आलमपुर गांव की नाबालिग लड़की को 20 हजार रुपये में मोतिहारी में बेचने के आरोप में पुलिस ने फरार महिला नीलम देवी को उसके घर आलमपुर से ही सोमवार को गिरफ्तार किया. पुलिस ने मोतिहारी निवासी सत्तन राय से उक्त लड़की को सकुशल मुक्त करा परिजनों को सौंप दिया. वहीं सत्तन राय को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
कहलगांव के एसडीपीओ दिलनवाज अहमद ने सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि लड़की को बेचने के मामले में आलमपुर की नीलम देवी व घोघा की चमेली देवी आरोपित हैं. नीलम देवी के खिलाफ अनैतिक मानव व्यापार (ह्यूमन ट्रैफिंग) व पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जायेगा. चमेली देवी पूर्व के किसी मामले में एक साल से जेल मे बंद है.
सहेली को फोन कर दी जानकारी
एनटीपीसी थाने के थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि 26 अप्रैल को अपहृत लड़की ने अपनी सहेली को फोन पर बताया कि मुझे मोतिहारी में सत्तन राय के पास उसी गांव की नीलम देवी व घोघा की चमेली देवी ने 20 हजार रुपये में बेच दिया है. लड़की के परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. एनटीपीसी के थानाध्यक्ष ने मामले के अनुसंधानकर्ता समीर कुमार डे को मामले की जांच के लिए मोतिहारी भेजा. वहां मोतिहारी पुलिस के सहयोग से सत्तन राय के घर छापेमारी कर लड़की को बरामद लिया गया. आरोपित सत्तन राय को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने बरामद की गयी लड़की का 164 के तहत बयान दर्ज कराया और उसका मेडिकल टेस्ट करा परिजनों को सौंप दिया. गिरफ्तार नीलम देवी को जेल भेज दिया गया है.
स्कूल से लौटने के दौरान कर लिया था अगवा
थाना क्षेत्र के आलमपुर स्थित मवि में छुट्टी के बाद छात्रा (15) घर लौट रही थी. उसी दौरान कुछ अज्ञात लोगों ने उसका अपहरण कर लिया था. घटना अप्रैल 2017 की है. इस बाबत छात्रा के परिजन ब्रह्मदेव दास ने अपहरण को लेकर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
मुख्य सड़कों पर फिर अतिक्रमण, पैदल चलना भी मुश्किल
शहर के सभी मुख्य चौक-चौराहों पर फिर से अतिक्रमण हो गया है. इस अतिक्रमण की वजह से कई समस्याएं हो गयी हैं. स्मार्ट सिटी बन रहे भागलपुर के लोग सुबह से शाम तक जाम से परेशान होते हैं. शहर में मुख्य मार्ग में जाम लगने का मुख्य कारण यह भी है मुख्य मार्ग की सड़क भी अतिक्रमित हो गयी है. सड़क पर ही दुकान लगी रहती है.
जिस सड़क पर वाहन तो छोड़ दीजिए, पैदल चलना तक मुश्किल हो जाता है. लेकिन इस समस्या पर न निगम न ही यातायात पुलिस कोई कार्रवाई कर रही है. बस दिखाने के लिए कभी-कभार अभियान चला कर खानापूर्ति कर दी जाती है. प्रभात-खबर ने शहर के चार मुख्य सड़क के चौक-चौराहों पर अतिक्रमण का
हाल देखा.
निगम की ओर से नहीं है पार्किंग की कोई सुविधा
स्मार्ट सिटी बन रहे शहर में एक भी पार्किंग स्थल नहीं है. निगम की ओर से पार्किंग की कोई सुविधा नहीं उपलब्ध करायी गयी है. इससे लोगों को जहां जगह मिली वहीं अपनी गाड़ी खड़ी कर देते हैं. नगर निगम द्वारा कई बार स्थायी पार्किंग को लेकर कोशिश की गयी. लेकिन कोशिश फाइलों में ही सिमट कर रह गया. दो साल पहले शहर के चार स्थानों पर निगम द्वारा कुछ माह के लिए पार्किंग की सुविधा की गयी थी. लेकिन कुछ माह बाद वह स्टैंड बंद हो गया.
अतिक्रमण करनेवाले दुकानदारों को गांधीगिरी से सुधारेंगे, वरना हटायेंगे
सदर एसडीओ आशीष नारायण ने अतिक्रमण करनेवाले दुकानदारों को दो तरीके से सुधारने की बात कही. पहले तरीके में आम लोगों से सहयोग की अपील की. कहा, अगर आम लोग सड़क पर अतिक्रमण करके दुकान लगाये दुकान से सामान नहीं खरीदेंगे तो वह खुद ब खुद वहां से हटने को मजबूर हो जायेगा. सामान खरीद कर कहीं न कहीं अतिक्रमण करने वालों को बढ़ावा मिल रहा है. गांधीगिरी का उक्त तरीका कारगर नहीं हुआ तो दूसरा तरीका कानूनी रूप में कार्रवाई का है, जो जल्द ही शुरू करेंगे. सदर एसडीओ के अनुसार, इस मामले में डीएम स्तर पर मीटिंग होनेवाली है और उसके बाद सड़क किनारे से अतिक्रमण हटाया जायेगा.
इस चौक पर ऑटो वाले खड़े रहते हैं. दुकानदार सड़क पर ही अपनी गाड़ी और दुकान लगाते हैं. वह भी बड़े रौब के साथ. इधर अतिक्रमण को हटाने के लिए खानापूर्ति की जाती है और सड़क किनारे के दुकानदारों को कई बार हटाया भी गया है. फिर कुछ देर बाद दुकानें उसी तरह सज जाती है. इस चौक पर हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है.
स्टेशन से दवा पट्टी मार्ग में जाम न लगे इसके लिए इस मार्ग में भी स्टेशन चौक से लेकर दवा पट्टी, गोशाला मार्ग होते हुए नया बाजार चौक तक दो साल पहले लगभग 50 लाख की राशि से सड़क का निर्माण कार्य कराया गया. लेकिन दवा पट्टी से स्टेशन चौक तक सालों भर जाम की स्थिति बनी रहती है. सड़क के दोनों तरफ ठेले और मोटरसाइकिल खड़ी रहती है. गाड़ी हटाने के लिए कोई राहगीर बोलता है तो उससे लोग उलझ जाते हैं. यह सड़क आधी सिकुड़ गयी है.
इस मार्ग में भी सड़क किनारे दुकानदारों ने फुटपाथ पर कब्जा कर अपनी दुकान लगा ली है. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती. तिलकामांझी चौक के चारों मार्ग पर अतिक्रमण हो गया है. हर कोने पर अतिक्रमण किया गया है. सड़क के कुछ हिस्से में सालों से पुलिस तैनात रहती हैं. लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं होता है.
जाम से फिर कराह रहा सबौर
सबौर सुबह से ही सोमवार को एनएच पर ट्रकों की लंबी कतार दिखी. सबौर आज सारा दिन जाम से कराहता रहा. जाम हटाने का पुलिस ने प्रयास किया, लेकिन ट्रकों के सैलाब के सामने उसकी एक नहीं चली. जाम का कारण खानकित्ता के आगे पुल के पास वन वे और शंकरपुर के पास बीच में ट्रक खराब होना था. देर शाम स्थिति सामान्य हुई. जाम से स्कूली बस व छोटे वाहन घंटों फंसे रहे, जिससे भारी परेशानी हुई. जाम के कारण पैदल चलने में दिक्कत हो रही थी. सबौर में जाम लगना रोज की बात है, लेकिन स्थिति काफी भयावह थी.

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