भागलपुर: गरीबों के खाद्यान्न मिलने पर संकट बरकरार है. राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) ने जनवितरण प्रणाली (पीडीएस) के सभी दुकानदारों को खाद्यान्न का उठाव तो शुरू करा दिया है, लेकिन पीडीएस दुकानदारों के समक्ष वितरण को लेकर असमंजस बरकरार है. पीडीएस दुकानदारों को फिलहाल पता ही नहीं है कि उसके पास जो लाभुक हैं, उनमें से कौन अंत्योदय योजना के हैं और कौन उपभोक्ता खाद्य सुरक्षा योजना के हैं. उपभोक्ता चिह्न्ति नहीं होने के कारण वितरण को लेकर परेशानी बरकरार है.
एक फरवरी से खाद्य सुरक्षा योजना लागू होने से पूर्व सभी लाभुकों को कूपन मिलता था. कूपन के आधार पर लाभुक को अंत्योदय या बीपीएल के मानक के अनुरूप खाद्यान्न मिल जाता था, लेकिन अब खाद्य सुरक्षा योजना लागू होने के बाद कूपन सिस्टम बंद हो गया है. इससे दुकानदारों के पास अब अंत्योदय के लाभुक को पहचानने का कोई तरीका नहीं रह गया है.
पीडीएस दुकानदारों को लाभुकों की केवल सूची उपलब्ध करायी गयी है, राशन कार्ड नहीं. सूची में लाभुकों की संख्या तो है, लेकिन उसमें इसका उल्लेख नहीं है कि इसमें कौन से लाभुक अंत्योदय के हैं. दुकानदारों को उसी सूची के आधार पर आवंटन दिया जा रहा है.
आवंटन में केवल संबंधित दुकानदार के पास पूर्व से अंत्योदय परिवार की संख्या के आधार पर खाद्यान्न का उठाव कराया जा रहा है. मसलन यदि किसी दुकानदार के पास 500 लाभुक हैं और पूर्व से उसके पास 100 लाभुक अंत्योदय के थे तो फिलहाल 400 लाभुकों के लिए खाद्य सुरक्षा योजना के तहत और 100 लाभुकों के लिए अंत्योदय के हिसाब से खाद्यान्न का उठाव कराया जा रहा है, लेकिन संबंधित दुकानदार के पास जो 500 लाभुकों की सूची दी गयी है, उसमें इस बात का उल्लेख नहीं है कि अंत्योदय के यह 100 परिवार कौन से हैं. खाद्य सुरक्षा योजना के तहत प्रति व्यक्ति दो किलो चावल व तीन किलो गेहूं दिया जाता है, जबकि अंत्योदय में एक पूरे परिवार को यूनिट मान कर 35 किलो अनाज मुहैया कराया जाता है. अब दुकानदारों में असमंजस की स्थिति बन गयी है कि वह किस आधार पर वितरण करे और किसी अंत्योदय परिवार बनाये. फेयर प्राइस डीलर एसोसिएशन के महासचिव चंदन कुमार ने बताया कि इस असमंजस के कारण दुकानदार उठाव तो कर रहे हैं लेकिन वितरण को लेकर परेशान हैं. उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिए जब तक सभी को राशन कार्ड नहीं मिल जाता है, तब तक अंत्योदय व खाद्य सुरक्षा योजना की यूनिट पंजी सभी दुकानदारों को दी जाये.