नवगछिया : झंडापुर ओपी थाना क्षेत्र के कहारपुर गांव में दो वर्ष पहले शैलेश कुमार उर्फ गुड्डू सिंह की हुई हत्या में पुलिस अब तक एक भी अपराधी को गिरफ्तार नहीं कर पायी है. 15 फरवरी 2016 को शातिर प्रभाष यादव ने अपने गिरोह के दो सदस्यों के साथ मिलकर गुड्डू सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना के बाद से ही प्रभाष यादव पुलिस के साथ आंखमिचौनी खेल रहा है. दूसरी तरफ इस हत्याकांड के बाद भी प्रभाष कोसी दियारा में कई तरह के आपराधिक गतिविधि में संलिप्त रहा है. सूत्र बताते हैं कि वर्तमान में भी प्रभाष यादव गिरोह कोसी दियारा में सक्रिय है. दियारा में यह किसानों के बीच आतंक मचा रहा है.
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दो वर्ष में एक भी आरोपित को पकड़ नहीं पायी पुलिस
नवगछिया : झंडापुर ओपी थाना क्षेत्र के कहारपुर गांव में दो वर्ष पहले शैलेश कुमार उर्फ गुड्डू सिंह की हुई हत्या में पुलिस अब तक एक भी अपराधी को गिरफ्तार नहीं कर पायी है. 15 फरवरी 2016 को शातिर प्रभाष यादव ने अपने गिरोह के दो सदस्यों के साथ मिलकर गुड्डू सिंह की गोली मारकर […]
हत्याकांड की प्राथमिकी कहारपुर गांव के संजय कुमार सिंह ने झंडापुर ओपी थाने में दर्ज करायी थी. कहारपुर निवासी शातिर अपराधी प्रभाष यादव, औलियाबाद निवासी अनिल यादव और मधेपुरा के लौवालगाम चौसा निवासी बेचू यादव उर्फ बेचन यादव को नामजद किया गया था. समय-समय पर पुलिस ने प्रभाष यादव को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की, लेकिन दियारा की भौगोलिक स्थिति का फायदा उठाकर प्रभाष हर बार बच निकला.
विसर्जन जुलूस में फायरिंग करने का गुड्डू ने किया था विरोध
गुड्डू सिंह की हत्या का तात्कालिक कारण यह था कि सरस्वती पूजा विसर्जन के दौरान उसने आपराधिक तत्वों को फायरिंग करने से मना किया था. घटना को अपनी नजरों से देखने वाले संजय सिंह का कहना है कि मूर्ति विसर्जन कर सभी लोग उनके घर के पास एकत्र हुए थे. रात के करीब नौ बजे होंगे. प्रभाष यादव और उसके दो साथी मौके पर पहुंचे. प्रभाष गुड्डू को बुलाकर कुछ दूर ले गया. दोनों के बीच कुछ बातचीत हो रही थी. इसी बीच प्रभाष ने राइफल से उसपर गोली चला दी. फिर उसके साथ अनिल यादव और बेचू यादव ने भी गुड्डू सिंह पर गोलियां चला दीं. एक गोली गांव के आलेश कुमार सिंह उर्फ पपली सिंह के पैर में भी लगी थी. बताया जाता है कि घटना के पीछे अपराधियों का मकसद दियारे में अपराधियों का वर्चस्व कायम करना था. गुड्डू सिंह और गांव के नये लड़के अपराधियों को खुली चुनौती देते थे. इसी कारण गुड्डू की हत्या कर दी गयी.
कानून पर अब भी भरोसा
गुड्डू के परिजनों को अभी भी न्याय की आस है. परिजनों का कहना है कि कानून से बच कर प्रभाष कहीं नहीं जा सकता है. एक न एक दिन उसे उसके किये की सजा जरूर मिलेगी. इन दिनों गुड्डू के परिजन अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस पदाधिकारियों के कार्यालय की दौड़ लगा रहे हैं.
कहते हैं एसडीपीओ
नवगछिया के एसडीपीओ मुकुल कुमार रंजन ने कहा कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. हरहाल में आरोपितों को गिरफ्तार किया जायेगा.
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