भागलपुर के पांच, राजकीय बालिका इंटर स्कूल भागलपुर की तीन व मोक्षदा बालिका इंटर स्कूल की आठ छात्र-छात्राएं प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए हैं.
अब नामांकन में होगी मारामारी
इस बार भी इंटर (11वीं) में नामांकन की मारामारी होगी. मैट्रिक परीक्षा में शामिल होनेवाले छात्रों की संख्या 10 फीसदी से भी अधिक थी. लिहाजा इंटर में नामांकन के लिए छात्रों की संख्या बढ़ेगी ही. दूसरी ओर इंटर में सीटों की संख्या हर संकाय में 512 ही है. इसी तरह इंटर के परीक्षार्थियों की संख्या इस बार 10 फीसदी अधिक है. दूसरी ओर पार्ट वन में भी सीटों की संख्या पूर्ववत है. ऐसे में अतिरिक्त छात्र नामांकन के लिए कहां जायेंगे, यह यक्ष प्रश्न है. सभी स्कूल व कॉलेज नामांकन के वक्त इस बात का ध्यान रखता है कि उनके संस्थान के बच्चों को नामांकन में प्राथमिकता मिले. इसके बाद ही अन्य संस्थानों के बच्चों का नामांकन होता है.
इसके लिए सभी संस्थान कट ऑफ सूची में इस बात का उल्लेख भी करता है. ऐसे में सीबीएसइ व आइसीएसइ के बच्चों का नामांकन सरकारी संस्थानों में मुश्किलें खड़ी करेगा. दूसरी ओर बिहार बोर्ड के स्कूलों व कॉलेजों में यह राशि अपेक्षाकृत बहुत ही कम है. लिहाजा यहां नामांकन की होड़ मच जाती है. ऐसे में छात्रों की बढ़ोतरी होने पर काफी परेशानी होगी. राज्य सरकार व विश्वविद्यालय प्रशासन के स्तर से सीट बढ़ोतरी को लेकर पहल नहीं होने से आंदोलन का डर अभी से कॉलेज प्रशासन व शिक्षकों को सता रहा है.
इंटरमीडिएट में कॉमर्स में नामांकन के लिए 512 सीटें निर्धारित है. दूसरी ओर उसी कॉलेज में बीकॉम पार्ट वन में महज 130 सीट निर्धारित है. यह स्थिति किसी एक कॉलेज की नहीं है, बल्कि सभी कॉलेजों में सीटों की संख्या इतनी ही है. ऐसे में आइकॉम में उत्तीर्ण करनेवाले 512 छात्रों में प्रत्येक कॉलेज के 382 छात्र-छात्राएं कहां जायेंगे. यही सवाल पिछले वर्ष एसएम कॉलेज की छात्राओं ने प्रमुखता से उठाया था. छात्राएं सड़कों पर उतर आयी थीं. छात्र संगठन व अन्य छात्र भी उनके समर्थन में आगे आये थे. तालाबंदी, हंगामा, तोड़फोड़ तक हुआ. तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ गुरुदेव पोद्दार ने शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को पिछले सप्ताह पार्ट वन में 50 फीसदी सीट बढ़ोतरी का पत्र भेज कर अनुरोध किया है. यह पत्र चौथी बार भेजा गया है. इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि सीट बढ़ोतरी के प्रति विभाग कितना गंभीर है.