भागलपुर: मायागंज हॉस्पिटल के इमरजेंसी में भर्ती नवजात बच्ची के अपहरण की मुख्य अभियुक्त डॉ रेणु भारती को गिरफ्तार करने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं. पुलिस को एक बड़ा झटका तब लगा जब डॉक्टर ने अपनी निजी मोबाइल को बंद (स्वीच ऑफ) कर दिया. हालांकि फरार डॉ रेणु भारती को हाजिर कराने में […]
भागलपुर: मायागंज हॉस्पिटल के इमरजेंसी में भर्ती नवजात बच्ची के अपहरण की मुख्य अभियुक्त डॉ रेणु भारती को गिरफ्तार करने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं. पुलिस को एक बड़ा झटका तब लगा जब डॉक्टर ने अपनी निजी मोबाइल को बंद (स्वीच ऑफ) कर दिया. हालांकि फरार डॉ रेणु भारती को हाजिर कराने में अहम कड़ी माना जा रहा डॉ रेणु का पति हर रोज शान से अपनी ड्यूटी बजा रहा है.
और तिलकामांझी पुलिस अब तक उसकी गिरफ्तारी को लेकर कोर्ट से ऑर्डर नहीं ले सकी है. हालांकि अरेंस्ट वारंट न हासिल करने के पीछे पुलिस आरोपिता के पति के खिलाफ एक भी सबूत न मिलना है. कहलगांव सीएचसी के प्रभारी डॉ लखन मुर्मू ने कहा कि डॉ रेणु के पति डॉ विवेकानंद सिंह ने रविवार को दूसरे शिफ्ट में अपनी ड्यूटी की. पुलिसिया सूत्रों की माने तो डॉ रेणु भारती हर रोज अपने पति से मोबाइल से घंटों बात कर रही है. चर्चा तो यहां तक है कि अगर फरार डॉक्टर के पति से पुलिस कड़ाई से पूछताछ करे, तो बहुत संभव है कि डॉ रेणु पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दें.
चार नवंबर को इमरजेंसी से नवजात का अपहरण करने का मामला प्रकाश आने के बाद तिलकामांझी पुलिस ने डॉ रेणु भारती के खिलाफ तिलकामांझी थाने में सीडब्ल्यूसी भागलपुर यूनिट की सहायक निदेशक डॉ गीतांजलि प्रसाद की तहरीर पर 363, 365, 120 बी व 34 आइपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. नवजात बच्चा मायागंज हॉस्पिटल से बरामद कर लिया गया. इसके बाद डॉक्टर पूरी तरह से भागलपुर से गायब हो गयी. पुलिस अब तक डॉ रेणु की तलाश में आधा दर्जन संभावित ठिकाने पर दबिश डाल चुकी है.
यहां तक उसके दोनाें मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर डाल दिया. लोकेशन भी ट्रेस हो चुका था. पुलिस रविवार को उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश डालने वाली थी, लेकिन ऐन वक्त पर डॉ रेणु ने अपना मोबाइल स्वीच आॅफ कर दिया, जिससे उसकी गिरफ्तारी की उम्मीद धूमिल हो गयी. हालांकि पुलिस की अभी भी डॉ रेणु से संबंधित दूसरे पहलुओं पर नजर है.