भागलपुर: 1997 में एडीजे डीएन बड़ई पर हुए हमला कांड को भागलपुर में पुलिस वालों ने मंगलवार को एक बार फिर दोहरा दिया. विधिज्ञ संघ के पुतला दहन के दौरान ट्रैफिक पुलिस और वकील के बीच हुई झड़प से हंगामा शुरू हुआ, जो जिला विधिज्ञ संघ (डीबीए) परिसर में पुलिस वालों द्वारा वकीलों को दौड़ा-दौड़ा […]
भागलपुर: 1997 में एडीजे डीएन बड़ई पर हुए हमला कांड को भागलपुर में पुलिस वालों ने मंगलवार को एक बार फिर दोहरा दिया. विधिज्ञ संघ के पुतला दहन के दौरान ट्रैफिक पुलिस और वकील के बीच हुई झड़प से हंगामा शुरू हुआ, जो जिला विधिज्ञ संघ (डीबीए) परिसर में पुलिस वालों द्वारा वकीलों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटने तक पहुंच गया.
मामले में एसएसपी मनोज कुमार ने एएसआइ सहित छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया. समाहरणालय में पुलिस एसोसिएशन की आपात मीटिंग करने के बाद पुलिसवाले झड़प करनेवाले वकीलों की तलाश में निकल पड़े. न्यायालय परिसर होते हुए वे जिला विधिज्ञ संघ (डीबीए) परिसर तक वकीलों के खिलाफ गाली-गलौज भी कर रहे थे. करीब तीन बजे डीबीए परिसर में पुलिस वाले झड़प करने वाले वकील का मोबाइल में क्लिप दिखाते हुए उसे खोज रहे थे.
संघ महासचिव संजय कुमार मोदी के चैंबर में संबंधित वकील के नहीं मिलने पर गाली-गलौज करते हुए पुलिसकर्मी संघ प्रशाल में आ पहुंचे. वहां पर एक वकील दयानंद यादव ने उन्हें अपशब्द नहीं कहने की बात कही, इस पर पुलिसवाले ने उन्हें डंडे से पीट दिया. फिर हंगामा करते हुए डीबीए के पीछे वाले गेट से बाहर निकल गये. इस बीच परिसर के साइकिल स्टैंड के ऊपर बने कमरे से कुछ वकीलों ने सैकड़ों पुलिसकर्मियों को देख कहा कि इन पुलिस वालों की हिम्मत देखिये, परिसर में वकील को गाली दे रहे हैं. जैसे ही पुलिस वालों ने यह बात सुनी, सभी दौड़ते हुए ऊपर चढ़ गये और वकील अशोक कुमार चौधरी की जम कर पिटाई कर दी और मोबाइल ताेड़ दिया. वहीं खड़े वकील आशीष को भी बुरी तरह पीटा. वकीलों की पिटाई देख परिसर के अंदर सभी वकील भाग खड़े हुए. फिर क्या था, सैकड़ों की संख्या में पुलिस वालों ने परिसर के अंदर जो भी वकील बचे थे, सभी को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. आतंक मचाने से पहले पुलिसवालों ने सीसीटीवी के तार को नोच दिया. मोबाइल से फोटो लेने की कोशिश करनेवाले वकीलों को भी पीट रहे थे. एक घंटे तक डीबीए रणक्षेत्र बना रहा और कोई भी वकील नजर नहीं आये. इसके बाद पुलिसवाले सीधे आदमपुर थाना पहुंचे और वहां पर कचहरी चौक पर वकील के द्वारा झड़प करने का मामला दर्ज कराया.
एएसआइ सहित छह पुलिसकर्मी सस्पेंंड
कचहरी चौक और मनाली चौक पर मंगलवार को हुई घटना के बाद एसएसपी मनोज कुमार ने छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया. एएसआइ विजय कुमार सिंह, हवलदार शंभू पाल, सिपाही 410 मो मुस्ताक, सिपाही 1034 विकेश कुमार पासवान, सिपाही 52 मिथुन कुमार मांझी और सिपाही 764 रूपेश कुमार को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया. एसएसपी का कहना है कि दोनों जगहों पर हुई घटना के बाद पदाधिकारियों ने पुलिसकर्मियों को समझाने की कोशिश की और उनके साथ हुई.
ज्यादती को लेकर कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिया. इसके बावजूद दोनों चौराहों पर तैनात पदाधिकारियों और सिपाहियों ने अपने अन्य साथियों को बुलाकर एक अनियंत्रित भीड़ का रूप दिया और आदमपुर थाने जाने से पहले न्यायालय परिसर में घुस कर गाली-गलौज, तोड़-फोड़ व मारपीट की घटना को अंजाम दिया जो पुलिसकर्मियों के लिए कहीं से भी वांछित नहीं था. एसएसपी ने कहा कि पुलिसकर्मियों का यह कृत्य घोर अनुशासनहीनता व कानून को हाथ में लेने की श्रेणी में आता है. उन्होंने कहा कि इस कृत्य से एक तरफ पुलिसकर्मियों में अनावश्यक रोष पैदा हुआ और दूसरी तरफ अधिवक्ताओं द्वारा इसे न्यायपालिका पर हमला बताया गया. उन्होंने कहा है कि अन्य दोषी पुलिसकर्मियों पर जांच के उपरांत कार्रवाई की जायेगी.