सीबीआइ ने सभी संभावित आरोपित की सूची को देश भर के निबंधक (जमीन रजिस्ट्री कार्यालय) को भेजी है. सभी निबंधक को भेजे पत्र में उल्लेख किया गया है कि भागलपुर के पते पर कोई भी जमीन या फ्लैट की बुकिंग की गयी है तो उसकी सूचना भेजी जाये. जैसे ही विशेष रूप से मेट्रो शहर दिल्ली, मुंबई, कोलकाता या फिर हिल स्टेशनों दार्जिलिंग, सिलीगुड़ी, शिमला आदि जगहों के रजिस्ट्री कार्यालय से जानकारी आ जायेगी, वहां की संपत्ति को सबूत बनाते हुए आरोपित पर शिकंजा कस जायेगा.
अभी तक आरोपित के घोटाले के पैसे से संपत्ति खरीद के पर्याप्त सबूत अधिक मात्रा में हाथ नहीं लग पाये हैं. सूत्रों के मुताबिक, एसआइटी की छापेमारी में ही आरोपित के घर से मिले कागजात से ही उनके संपत्ति का आकलन हो सका है. इसके बाद सीबीआइ की तरफ से छापेमारी को अंजाम नहीं दिया गया है. सूत्रों के अनुसार, सीबीआइ के पास संभावित आरोपित के विभिन्न बैंक खाते भी आ गये हैं. इन खातों के ट्रांजेक्शन की भी पड़ताल चल रही है. इन ट्रांजेक्शन में किन-किन व्यक्तियों को मोटी रकम या छोटी रकम दी गयी है, इस पर गौर किया जा रहा है.