महेशपुर स्थित काली स्थान के समीप के श्यामा देवी और वासुदेव साह ने बताया कि शनिवार शाम को वह लोग अपने घर में अपनी दोनों बहुओं के साथ बैठे थे. इस दौरान बोलेरो गाड़ी से एक हथियारबंद पुरुष और एक महिला पुलिस वर्दी पहने आये आैर उनके घर में घुस गये. अपने आप को दिल्ली पुलिस का जवान बताते हुए उनकी नवविवाहिता बहू साक्षी की तलाश करने लगे.
साक्षी को देखते ही उन लोगों ने उसे अपने कस्टडी में लेेते हुए पूछताछ के लिए थाने ले जाने की बात कही. इस दौरान जब सास-ससुर ने बेटों के आ जाने का इंतजार करने की बात कही, तो दोनों वर्दीधारियों ने उन लोगों को धकेल दिया, और जबरदस्ती साक्षी को गाड़ी में बैठा कर अपने साथ ले गये. शनिवार की देर रात घर पहुंचे साक्षी के पति राजा साह राजा के बड़े भाई अरविंद साह को पूरी बात पिता ने बतायी. इसके बाद दोनों साक्षी का हाल जानने बबरगंज थाने पहुंचे. साक्षी को लाये जाने की किसी तरह के बात से बबरगंज पुलिस ने इनकार कर दिया. फिर दोनों भाइयों ने शनिवार की रात भर साक्षी की तलाश में इधर-उधर की खाक छाने, लेकिन वह नहीं मिली. रविवार की सुबह लोगों की मदद से परिजनों ने अपनी बहू की बरामदगी को लेकर बबरगंज थाने का घेराव कर दिया और इसकी शिकायत पुलिस के उच्चाधिकारियों से करने की बात कहीं. तब जाकर बबरगंज पुलिस ने दो अज्ञात के खिलाफ साक्षी का अपहरण करने का मुकदमा दर्ज किया.