पने आवेदन में मो रजी ने बताया कि उसकी पुश्तैनी जमीन (खाता संख्या 57), खेसरा संख्या 468, 411/688 मौजा हबीबपुर थाना नंबर 167 है. माे रजी ने बताया कि 29 जुलाई की सुबह पौने दस बजे उसके परिवार के लाेग मो नेयाज, मो मुस्तफा एवं वकील मो मजहरुल हक के साथ उक्त जमीन पर पैमाइश के लिए गये थे. इसी दौरान हबीबपुर के मो आफताब वारसी उर्फ मुन्ना टारजन, मो नाजिम, मो मुस्ताक, मो लिलु, मो सलीम, मो सेराज व अन्य पांच-छह लोग पहुंचे.
मो वारसी ने रिवाल्वर लहराते हुए धमकी दी कि जब तक 20 लाख रुपये की रंगदारी नहीं दोगे, तब तक जमीन की मापी नहीं होने देंगे. उसका कहना है कि वह पंचायत का सदर है और मो नाजिम सचिव. दोनों को रंगदारी देनी पड़ती है. इस दौरान रजी ने छुरी चलाने व मारने-पीटने का आरोप लगाये हुए कहा कि उसने डर से साढ़े पांच हजार रुपये, चांदी की अंगूठी दे दी. इसके बाद लोगों ने वहां मौजूद परिवार के सभी सदस्यों को मारा-पीटा. मामले की बाबत हबीबपुर थानेदार इंद्रजीत बैठा ने कहा कि यह जमीन संबंधी मामला है. अंचल पदाधिकारी जगदीशपुर को पैमाइश करने को पत्र भेजा गया है. पैमाइश के बाद अवरोध उत्पन्न किया गया तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.