भागलपुर: लोकसभा चुनाव और आचार संहिता का असर नगर निगम के काम-काज पर भी दिखने लगा है. पदाधिकारी से लेकर कर्मचारी तक चुनाव कार्य में लगाये जा रहे हैं. इसके अलावा मेयर, डिप्टी मेयर और कई पार्षद भी निगम और अपने वार्ड का काम छोड़ संबंधित दलों के प्रत्याशियों के पक्ष में जनसंपर्क करने में लगे हैं. इससे निगम क्षेत्र में करोड़ों रुपये के होनेवाले विकास कार्य बंद हो गये हैं.
आचार संहिता लागू हो जाने के कारण विकास योजनाएं ठप हो गयी हैं. इनमें से कुछ योजना पर काम शुरू नहीं हुआ है. इन योजनाओं के लिए नगर विकास विभाग से राशि का आवंटन भी निगम को आ गया है. लेकिन आचार-संहिता के कारण सारा काम शुरू नहीं किया जा सकता है. अब चुनाव के बाद ही नयी योजनाओं पर काम शुरू होगा. हालांकि जो काम पहले से चल रहे हैं, उसे पूरा किया जा सकता है.
अधिकारी किसी योजना पर नहीं दे रहे दिशा-निर्देश
आचार संहिता के कारण निगम के नगर आयुक्त, नगर सचिव और मेयर कोई बैठक भी नहीं कर पा रहे हैं और ना ही किसी योजना के लिए कोई निर्देश ही दे पा रहे है. चुनाव तक वे केवल काम का निरीक्षण कर सकते हैं. सामान्य बोर्ड और सशक्त स्थायी समिति की बैठक में लिये गये कई निर्णय को भी अमल में नहीं लाया जा सकता है.