भागलपुर: एक अप्रैल से सभी सरकारी अस्पतालों में अपना पैथोलॉजी लैब खोलें, और मरीजों की जांच करें. उक्त निर्देश प्रमंडलीय आयुक्त मिन्हाज आलम ने मंगलवार को क्षेत्रीय गुणवत्ता आश्वासन समिति की बैठक में सीएस व आरडीडी को दिया.
आयुक्त ने कहा कि प्रधान सचिव के निर्देश का समय से पालन हो, इसका ध्यान रखें. जिला में यक्ष्मा मरीजों की जांच में लगे लैब टेक्नीशियन से पैथोलॉजी में जांच कराना शुरू करें.
जहां एमएलटी नहीं हैं, पास के स्वास्थ्य संस्थान से सप्ताह में तीन दिन प्रतिनियुक्ति करा कर काम लें. आरडीडी डॉ सुधीर कुमार महतो ने भागलपुर बांका के सिविल सजर्न को निर्देश दिया कि वे जल की जांच को प्रमुखता सूची में लें. जानकारी मिली है कि पीएचइडी व स्वास्थ्य के कर्मचारियों के बीच सहभागिता नहीं रहती है. इसके लिए जिला के एएनएम से साफ बोतल में जल संग्रह कर पीएचसी के माध्यम से जिला स्वास्थ्य समिति में उपलब्ध कराने को कहा गया.
टेली मेडिसिन के माध्यम से उच्च स्वास्थ्य संस्थानों जैसे पीएमसीएच, जेएलएनएमसीएच व अन्य अस्पतालों में इंटरनेट के माध्यम से मरीजों की जांच कराएं. निर्देश दिया गया कि महादलित टोलों में नियमित कैंप लगा कर नेत्र की जांच, चश्मा वितरण व मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी कराएं. ब्लड बैंक के पंजीकरण के लिए राज्य ड्रग कंट्रोल बोर्ड को पत्र भेज कर जरूरी चीजों को पूरा कराएं. जेवीएसवाइ के भुगतान के साथ जन्म प्रमाण पत्र भी प्रसूता को दे कर ही अस्पताल से डिस्चार्ज करें.
इसके लिए सभी गर्भवती का जीरो बैलेंस पर बैंक में खाता खुलवाएं. पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के तहत सभी प्राइवेट नर्सिग होम में हर माह जांच करें व प्रतिवेदन रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित करें. इसके अलावा दोनों जिला मिला कर 16 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के 14 केंद्रों पर प्रसव की सुविधा शुरू कर दी गयी. इस मौके पर सीएस डॉ यूएस चौधरी, आरपीएम अरुण प्रकाश, डीपीएम मोहम्मद फैजान अशरफी सहित अन्य मौजूद थे.