भागलपुर: चंद्रशेखर गुप्ता की हत्या के बाद उनके परिवार में कोई अभिभावक नहीं बचा है. चंद्रशेखर की पत्नी प्रभावती देवी को भी गोली लगी है और उनका इलाज जेएलएनएमसीएच में चल रहा है. अस्पताल में उनकी हालत नाजुक बनी है.
घर पर चंद्रशेखर के पुत्र हिमांशु और पुत्री दीक्षा रह रहे हैं. दोनों ने बताया कि उन्हें अलग-अलग माध्यमों से जान मारने की धमकी मिल रही है. उनकी मां हत्या की चश्मदीद है. अगर मम्मी गवाही देती है तो उनकी हत्या हो सकती है. हत्यारों के डर से हमलोग घर से नहीं निकलते हैं. घर से निकलने पर नया चेहरा हमलोगों को फॉलो करता है. मम्मी को देखने के लिए अस्पताल भी नहीं जा सकते हैं.
अस्पताल में मम्मी की सुरक्षा को लेकर पुलिस तैनात नहीं किया गया है. घर पर भी ऐसी ही स्थिति है. हत्यारे कब हमला कर देंगे, पता नहीं. हिमांशु और दीक्षा ने कहा कि हत्यारे की गिरफ्तारी न होना पुलिस की कार्यशैली को दर्शाता है. पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. लेकिन रिजल्ट शून्य है. पिता जी की हत्या से पूर्व आरोपी पक्ष की ओर से धमकी मिली थी कि एजेंसी में हिस्सा मांगा तो पैसा छिनवा देंगे और गोली मार देंगे. इस कांड में पुलिस अजय भारती के रंगरा गैस एजेंसी के पार्टनर बंटी ठाकुर और नीरज ठाकुर से पूछताछ करे. नवगछिया इलाके के शूटरों ने पापा की हत्या की है.