निरीक्षण. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रधान सचिव दो दिनों से बेगूसराय में कर रहे हैं कैंप
Advertisement
शाम्हो पहुंच प्रधान सचिव ने िलया जायजा
निरीक्षण. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रधान सचिव दो दिनों से बेगूसराय में कर रहे हैं कैंप समीक्षा करते प्रधान सचिव बेगूसराय(नगर) : जिले के आठ प्रखंडों में बाढ़ की तबाही मची है. तीन लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. इन प्रखंडों में सबसे अधिक गंभीर स्थिति जिले के शाम्हो, बछवाड़ा,बलिया प्रखंडों की […]
समीक्षा करते प्रधान सचिव
बेगूसराय(नगर) : जिले के आठ प्रखंडों में बाढ़ की तबाही मची है. तीन लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. इन प्रखंडों में सबसे अधिक गंभीर स्थिति जिले के शाम्हो, बछवाड़ा,बलिया प्रखंडों की है. जहां की लगभग पूरी आबादी बाढ़ की चपेट में है. शाम्हो की स्थिति सबसे अधिक भयावह है.मात्र तीन पंचायतों वाला यह संपूर्ण प्रखंड बाढ़ की चपेट में हैं. सहायता व राहत के नाम पर यहां कुछ नहीं है. नाव की समुचित व्यवस्था नहीं रहने से बाढ़पीडि़तों को आवागमन में परेशानी हो रही है. बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए प्रधान सचिव दो दिनों से बेगूसराय में कैंप कर रहे हैं.
पहले दिन प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा, जिला पदाधिकारी नौशाद युसूफ, आरक्षी अधीक्षक रंजीत कुमार मिश्र बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया.रविवार की सुबह प्रधान सचिव प्रशासनिक टीम के साथ शाम्हो पहुंचे और वहां की स्थिति का जायजा लिया. इस मौके पर उन्होंने पदाधिकारियों को राहत समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक निर्देश दिया.
शाम्हो में व्यवस्था से असंतुष्ट हैं बाढ़पीडि़त :शाम्हो में बाढ़पीडि़त सरकारी व्यवस्था से असंतुष्ट हैं. बाढ़पीड़ितों का कहना है कि यहां के लोगों को शासन और प्रशासन के द्वारा अपने हाल पर छोड़ दिया गया है.
बाढ़ की भयावहता के बाद भी इस क्षेत्र में लोगों को नाव उपलब्ध नहीं हो पाया.सूर्यगढ़ा में जो राहत केंद्र खोला गया है. उसका लाभ बाढ़पीडि़तों को नहीं मिल पा रहा है. इसका खुलासा तो पिछले दिनों बेगूसराय के सांसद डॉ भोला सिंह के द्वारा शाम्हो दौरा के क्रम में राहत केंद्र का निरीक्षण करने के दौरान हुआ था. जरूरतमंद बाढ़पीडि़तों को अभी भी सुविधाएं नहीं मिल रही है.
पानी में कमी के बाद भी स्थिति गंभीर :जल स्तर में कुछ कमी के बाद भी शाम्हो प्रखंड में बाढ़ की भयावहता बनी हुई है. जिससे लोगों में अभी भी दहशत का माहौल है. प्रखंड में संपूर्ण रू प से सड़क संपर्क भंग हो चुका है. लोगां को एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंचने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे अधिक खराब स्थिति प्रखंड क्षेत्र में पशुओं की है. दस दिनों से अभी भी कई इलाके में पशु पानी में ही रह रहे हैं.
बाढ़पीड़ितों के लिए उठने लगे हाथ :मंझौल. बाढ़पीडि़तों की सहायता के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों के बाद छात्रों एवं ग्रामीणों के हाथ भी उठने लगे हैं. शनिवार को कुंभी तथा सकरबासा के छात्र एवं ग्रामीणों ने मटिहानी प्रखंड के खोरमपुर, चौकोर, चक्का गांव के बाढ़पीडि़तों के लिए चुड़ा, चना, गुड़, मोमबत्ती, माचिस एवं मवेशियों के लिए हरा चारा राहत समान के तौर पर वितरण करने के लिए भेजा है.मौके पर पूर्व सरपंच मो सनाउल्लाह, जदयू प्रखंड अध्यक्ष मो जियाउल्लाह ,मुखिया सुजीत पासवान, संजय कुमार राय ,अखिलेश राय सहित अन्य मौजूद थे.
बाढ़पीडि़तों के बीच राहत वितरण :
तेघड़ा. भारतीय मजदूर संघ द्वारा बाढ़पीडि़तों की सहायता के लिए राहत सामग्री लेकर मधुरापूर पहुंची. बाढ़पीडि़तों के बीच खाने का सामान व पानी का वितरण भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री सुनील कुमार के नेतृत्व में किया गया .इनके साथ श्रमिक विकास परिषद के सचिव परवेंद्र कुमार, रामजी प्रसाद, निरंजन सिंह ,ब्रजेश मिश्रा सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे.
प्रशासन के द्वारा दिया जा रहा निर्देश
-बाढ़ को लेकर सभी एसडीओ, सीओ, वरीय पदाधिकारी को तत्परता दिखाने का दिया गया है निर्देश
विभिन्न अंचलों में चलाये जा रहे स्वास्थ्य शिविरों को सुव्यवस्थित ढंग से चलाने का फरमान
बाढ़ प्रभावित परिवारों को सुबह सात बजे से आठ बजे के बीच नाश्ता, 12 बजे दिन का भोजन एवं रात्रि सात बजे भोजन कराने का दिया गया है निर्देश
कार्यपालक अभियंता पीएचइडी को शिविरों में शौचालय, पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था का निर्देश
सूखा राशन के साथ पानी का पाउच वितरण करने का निर्देश
सभी शिविरों में 24 घंटे स्टैटिक मेडिकल मजिस्ट्रेट टीम को रखने का सीएस को निर्देश
अनुमंडल पदाधिकारी करेंगे सभी बाढ़ग्रस्त टोलों का निरीक्षण
सभी प्रतिनियुक्त एसडीआरएफ, एनडीआरएफ टीम को योजना के अनुसार भ्रमण करने का निर्देश
जिला कृषि पदाधिकारी को फसल क्षति का आकलन करने का दिया गया निर्देश
बाढ़ शिविर में जन्म लेने वाले लड़कियों को 15हजार एवं लड़का को 10 हजार रुपये देने का किया गया प्रावधान
शिविरों में कंघी,ऐनक,तेल,साबुन, सेनेटरी नेपकिन की व्यवस्था करने का निर्देश
बेगूसराय में बाढ़ एक नजर में
बाढ़ से प्रभावित आबादी-लगभग 3 लाख
प्रभावित परिवारों की संख्या’86,163
निष्क्रमित परिवारों की संख्या-30,815
वितरित सूखा राशन-42,292
प्रभावित पंचायतों की संख्या-पूर्ण 20,आंशिक-20,वार्ड-6
वितरित पॉलीथीन सीट्स-8891
सहाय्य शिविरों की संख्या-62
शिविर में रहने वाले बाढ़पीडि़तों की संख्या-40,694
कुल परिचालित नावों की संख्या-241
कुल मृत व्यक्तियों की संख्या-9
मृत जानवरों की संख्या-9
बाढ़ क्षेत्रों में दो टीम एसडीआरएफ व एक प्लाटून एनडीआरएफ कार्यरत
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement