समीक्षा बैठक . शौचालय निर्माण को लेकर डीएम ने की बैठक
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कार्य में शिथिलता बरदाश्त नहीं : डीएम
समीक्षा बैठक . शौचालय निर्माण को लेकर डीएम ने की बैठक लक्ष्य प्राप्ति के लिए डीएम ने दिये कड़े निर्देश शौचालय निर्माण प्रगति की एसएमएस के द्वारा अनुश्रवण बेगूसराय(नगर) : समाहरणालय स्थित कारगिल भवन में जिलाधिकारी मो नौशाद युसूफ की अध्यक्षता में स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. इस […]
लक्ष्य प्राप्ति के लिए डीएम ने दिये कड़े निर्देश
शौचालय निर्माण प्रगति की एसएमएस के द्वारा अनुश्रवण
बेगूसराय(नगर) : समाहरणालय स्थित कारगिल भवन में जिलाधिकारी मो नौशाद युसूफ की अध्यक्षता में स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. इस बैठक में प्रखंड समन्वयक,जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक, पीएचइडी के अभियंता समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे. इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि हर घर में शौचालय की व्यवस्था राज्य सरकार के सात निश्चयों में से एक है. घरों में शौचालय का निर्माण घर के निवासियों के सम्मान का द्योतक है.
इन्होंने कहा कि शौचालय का निर्माण करने वाले लाभार्थियों के खाते में कम समय सीमा में निर्धारित राशि 12 हजार रुपये सीधे अंतरित कर दी जाती है. डीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों को खुले में शौच मुक्त करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए समाज में जागरूकता फैलाने तथा लोगों को प्रेरित करने की जरूरत है. इन्होंने कहा कि अंतर्विभागीय समन्वय जैसे जीविका के स्वयं सहायता समूहों, आंगनबाड़ी सेविकाओं-सहायिकाओं, कृषि समन्वयकों, विकास मित्र के सामूहिक प्रयास से स्थिति में सुधार लाया जा सकता है.
इस बैठक में डीएम ने स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) अंर्तगत लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धियों, व्यक्तिगत एवं सामुदायिक शौचालय निर्माण, उत्पादन केंद्रों, ग्रामीण स्वच्छता मार्ट का निर्माण सहित विभिन्न मुद्दों की गहन समीक्षा की गयी. उन्होंने सभी प्रखंड समन्वयकों के प्रदर्शनों का विस्तृत मूल्यांकन किया. डीएम ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष का लक्ष्य 66,428 शौचालय विहिन परिवारों में शौचालय का निर्माण कराना है.
डीएम ने साफ शब्दों में कहा कि शौचालय का निर्माण कराना प्रखंड समन्वयकों का प्राथमिक दायित्व है. डीएम ने कहा कि लक्ष्य प्राप्ति में शिथिलता किसी भी कीमत में बरदाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि शौचालय निर्माण में प्रगति की एसएमएस के द्वारा अनुश्रवण की जायेगी. सभी प्रखंड समन्वयक प्रतिदिन प्रगति के बारे में कार्यपालक अभियंता को एसएमएस भेजेंगे. डीएम ने बैठक में कहा कि शौचालय निर्माण में गुणवत्ता एवं प्रगति से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है.
खुले में शौच मुक्त समाज निर्माण के कार्य को स्थायी स्वरूप प्रदन करना होगा. डीएम ने कहा कि स्वच्छता के प्रति समुदाय को व्यवहार परिवर्त्तन के लिए प्रोत्साहित करने में जीविका के स्वयं सहायता समूहों को आगे आना होगा. जीविका के कर्मी इसमें प्रेरक की भूमिका निभायेंगे. इन्होंने कहा कि पूरे जिले में जीविका के 11,110 स्वयं सहायता समूह एवं इसके लगभग 1,36,000 सदस्य सक्रिय हैं. जिलाधिकारी ने इस मौके पर कहा कि स्वच्छता संस्कृति का आइना है.
ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के जीवन स्तर में गुणात्मक सुधार लाने के लिए स्वच्छता तथा स्वास्थ्य का संवर्द्धन आवश्यक है. इसके लिए स्वच्छता संदेशों को जन-जन तक पहुंचाना होगा. इस बैठक में डीडीसी कंचन कपूर, पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता, जिला कृषि पदाधिकारी, जीविका के डीपीएम, डीपीआरओ लोकेश कुमार झा समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
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