22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आयुर्वेद की शक्षिा से वंचित हो रहे छात्र

आयुर्वेद की शिक्षा से वंचित हो रहे छात्रउपेक्षा. मानकों में लगातार हो रही गिरावट के कारण रद्द हो गयी है मान्यताविभागीय उपेक्षा से दम तोड़ रहा जिले का आयुर्वेदिक महाविद्यालयदाखिला पर रोक के कारण मेडिकल छात्रों का हो रहा पलायनतसवीर-राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय.तसवीर-14तसवीर- लोगों की प्रतिक्रिया की तसवीरबेगूसराय (नगर). राजकीय अयोध्या शिवकुमारी महाविद्यालय सह चिकित्सालय कभी […]

आयुर्वेद की शिक्षा से वंचित हो रहे छात्रउपेक्षा. मानकों में लगातार हो रही गिरावट के कारण रद्द हो गयी है मान्यताविभागीय उपेक्षा से दम तोड़ रहा जिले का आयुर्वेदिक महाविद्यालयदाखिला पर रोक के कारण मेडिकल छात्रों का हो रहा पलायनतसवीर-राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय.तसवीर-14तसवीर- लोगों की प्रतिक्रिया की तसवीरबेगूसराय (नगर). राजकीय अयोध्या शिवकुमारी महाविद्यालय सह चिकित्सालय कभी मेडिकल छात्रों से गुलजार हुआ करता था. लेकिन, वर्तमान में विभागीय उपेक्षा से दम तोड़ रहा आयुर्वेदिक महाविद्यालय किसी उद्धारक की बाट जोह रहा है. लगातार गिरते मानक के कारण सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडिया मेडिसीन, दिल्ली के द्वारा इस महाविद्यालय की मान्यता रद्द कर दी गयी है. शिक्षित युवा अब उच्च शिक्षा खास कर आयुर्वेद में मेडिकल कोर्स करने के लिए जिले से बाहर पलायन करने को मजबूर हो गये हैं. युवाओं का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है. वहीं, आयुर्वेद मेडिकल की डिग्री के लिए अपने बच्चों को बाहर भेजने पर अभिभावकों को अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ रहा है. आयुर्वेद की डिग्री प्राप्त करना न्यूनतम आय वर्ग वालों के लिए बहुत ही कठिन हो गया है. 2008-09 के बाद रोक दी गयी है पढ़ाईवर्ष 2008-09 के बाद महाविद्यालय में आयुर्वेद की पढ़ाई पर रोक लगा दी गयी है. छात्रों का दाखिला बंद हो जाने से कई इच्छुक युवा डिग्री लेने से वंचित हो गये हैं. विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से उक्त आयुर्वेद महाविद्यालय को चालू कराने की मांग उठती रही है, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस पहल आज तक नहीं हो सकी है. मार्च माह में दिल्ली से आयी सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसीन व आयुष की टीम के द्वारा महाविद्यालय के मानकों की जब सघन जांच चल रही थी, तो शहर के लोगों में आस जगी थी कि शायद अब मान्यता मिल जायेगी. इसके लिए लोग विभागीय उदासीनता को जिम्मेवार ठहरा रहे हैं. यदि कॉलेज प्रशासन के द्वारा भेजी गयी रिक्तियों की सूची को स्वीकार कर कुछ रिक्तियां सरकार के द्वारा भर दी जाती, तो शायद महाविद्यालय को मान्यता मिल गयी होती.मान्यता के लिए आइपीडी व ओपीडी जरूरीसीसीआइएम दिल्ली के द्वारा मान्यता प्राप्त करने के लिए आइपीडी और ओपीडी दोनों का महाविद्यालय में कार्य करना जरूरी है. जबकि, फार्मासिस्ट के पांच पदों पर कार्य कर रहे कर्मियों के बल पर महाविद्यालय के ओपीडी में इलाज पूर्व से चालू है. इसके अलावा 14 चिकित्सीय विभागों के आरंभ रहने की शर्त्तों को भी महाविद्यालय लगभग पूरा कर रहा है. सिर्फ दो विभाग बाल रोग विभाग और पंचकर्म विभाग की रिक्तियों का सरकार के द्वारा अनुमोदन नहीं हो पाने के कारण मामला लटका हुआ है. हालांकि विभिन्न छात्र संगठनों के द्वारा मेडिकल एवं इंजीनियरिंग कॉलेज जिले में खोले जाने की मांग लगातार की जा रही है. परंतु, पूर्व से स्थापित उक्त कॉलेज को थोड़े से संसाधन में ही चालू करने की मांग के लिए ठोस पहल नहीं की जा रही, जो शासन व प्रशासन की उदासीनता को दर्शाता है. क्या कहते हैं लोगबड़े संसाधन जुटा कर नये महाविद्यालय को खोले जाने की परेशानी थोड़ी देर के लिए समझी जा सकती है, परंतु सभी संसाधन युक्त आयुर्वेद महाविद्यालय को यदि संबंधित मंत्रालय के द्वारा थोड़ी सी इच्छा शक्ति ही दिखा दी जाये, तो जिले के युवाओं का भविष्य उज्जवल हो सकता है. वतन कुमारमहाविद्यालय की मान्यता मिल जाने पर मेडिकल डिग्री के लिए बाहर पलायन नहीं करना पड़ेगा. अभिभावकों को भी कम राशि खर्च करनी पड़ेगी. सरकार को इस पर अविलंब सकारात्मक पहल कर इसे चालू कराना चाहिए. राजेंद्र कुमारआयुर्वेदिक कॉलेज की व्यवस्था में सुधार होनी चाहिए. एक समय यह कॉलेज जिला ही नहीं, राज्य के लिए भी गौरव था. सरकार को इस दिशा में सकारात्मक पहल करनी चाहिए.संजय कुमारसरकार को इस संबंध में कई बार सूची सौंपी गयी है. नियुक्ति को लेकर एवं अन्य तकनीकी कारणों के कारण मान्यता नहीं मिल पा रही है. जैसे ही सरकार के द्वारा कुछ रिक्त पदों पर नियुक्ति की जायेगी. उक्त महाविद्यालय को मान्यता मिल जाने की संभावना बन जायेगी. विनोद पाठक, प्राचार्य, आयुर्वेदिक कॉलेज, बेगूसरायमहाविद्यालय सह चिकित्सालय की स्थिति एक नजर में विभागों के नाम पद आवश्यकता कार्यरतपुस्तकालय सहायक लाइब्रेरियन 3 1महाविद्यालय कार्यालय सहायक एवं लेखा सेवा 4 5संस्कृत संहिता व सिद्धांत आदेशपाल 1 1शरीर रचना प्रयोगशाला तकनीशियन 3 1शरीर क्रिया विज्ञान प्रयोगशााला तकनीशियन 2 1द्रव्य गुण म्यूजियम कीपर 2 1रस शास्त्र प्रयोगशाला सहायक 2 1रोग विकृति विज्ञान प्रयोगशाला तकनीशियन 2 1योगा म्यूजियम कीपर 2 0विष विज्ञान म्यूजियम कीपर 2 0स्त्री रोग आदेशपाल 2 0कार्य चिकित्सा आदेशपाल 2 0शल्य आदेशपाल 2 0शलाक्य आदेशपाल 2 0पंचकर्म आदेशपाल 2 0कौमार भृत बाल रोग आदेशपाल 2 0वन औषधि उद्यान परपस वर्कर 3 1

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें