22.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

भाई जरा संभल कर, कहीं पांव में मोच न आ जाये

भाई जरा संभल कर, कहीं पांव में मोच न आ जायेसमस्या. काफी जर्जर अवस्था में है दामोदरपुर-पासोपुर पथ, पैदल चलना भी काफी मुश्किल30 वर्षों पूर्व आरइओ द्वारा हुआ था सड़क का निर्माणआज तक नहीं हुई दुबारा कभी मरम्मतीसड़क में हैं इतने गड्ढे कि गिना नहीं जा सकताअक्सर होती रहती हैं दुर्घटनाएंसमस्या के प्रति अधिकारी से […]

भाई जरा संभल कर, कहीं पांव में मोच न आ जायेसमस्या. काफी जर्जर अवस्था में है दामोदरपुर-पासोपुर पथ, पैदल चलना भी काफी मुश्किल30 वर्षों पूर्व आरइओ द्वारा हुआ था सड़क का निर्माणआज तक नहीं हुई दुबारा कभी मरम्मतीसड़क में हैं इतने गड्ढे कि गिना नहीं जा सकताअक्सर होती रहती हैं दुर्घटनाएंसमस्या के प्रति अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि भी हैं मौनतसवीर- जर्जर सड़क.तसवीर 1तसवीर- प्रतिक्रिया देने वाले लोगतसवीर- फोटो फोल्डरभगवानपुर. प्रखंड क्षेत्र के दामोदरपुर से पासोपुर तक जानेवाली करीब तीन किलोमीटर सड़क अत्यंत जर्जर अवस्था में है. इस सड़क का पक्कीकरण नहीं होने से लोगों में काफी आक्रोश है. इस जर्जर सड़क के माध्यम से ही दामोदरपुर पंचायत सहित अन्य गांवों के राहगीर प्रतिदिन आते-जाते हैं. इसी सड़क से लोगों को भगवानपुर बाजार, अस्पताल, थाना, प्रखंड व अंचल कार्यालय आना-जाना पड़ता है. लोगों को सबसे अधिक परेशानी बरसात के दिनों में होती है. हल्की सी भी बारिश होने के बाद इस सड़क से यात्रा करना काफी खतरनाक व मुश्किल भरा होता है. इस सड़क का निर्माण आज से 30 वर्षों पूर्व आरइओ द्वारा कराया गया था. अब यह सड़क काफी बदतर अवस्था में पहुंच गयी है, परंतु इसकी मरम्मती की दिशा में किसी तरह की कोई पहल नहीं की जा रही है. हालांकि प्रधानमंत्री सड़क योजना के द्वारा इसके पुनरुद्धार की स्वीकृति मिल चुकी है. लेकिन निर्माण कार्य की शुरुआत कब होगी यह कहना मुश्किल है. स्कूल जाने में बच्चों को परेशानीसड़क की बदतर स्थिति के कारण छोटे-छोटे स्कूली बच्चों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. सड़क में बने गड्ढों के कारण छोटे बच्चों के पांव लड़खड़ा जाते हैं और वे गिर कर चोटिल हो जाते हैं. वहीं साइकिल से स्कूल जानेवाले छात्र-छात्राएं भी गड्ढे के कारण गिर कर हमेशा हाथ-पैर जख्मी कर लेते हैं. साथ ही गरमी के दिनों में सड़क पर उड़ रहे धूल के कारण भी उन्हें काफी परेशानी होती है. ऐसी सड़क पर बरसात के दिनों में नन्हे-मुन्ने कैसे आते-जाते होंगे सोच कर ही मन में खीझ पैदा होती है.मरीजों को अस्पताल ले जाने में परेशानीसड़क की दुर्दशा से वृद्ध लोगों व मरीजों की मर्ज और बढ़ जाती है. दर्द से तड़पते मरीजों को हिचकोले खाती गाड़ियों पर ले जाने से उनकी तकलीफें और बढ़ जाती हैं. सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाने के क्रम में होती है. एक तो दर्द से वह तड़प रही है, ऊपर से वाहनों के उठा-पटक पर उसकी क्या हालत होगी कहना मुश्किल है.समस्या से बेफ्रिक हैं जनप्रतिनिधि30 वर्षों से इस समस्या का निराकरण नहीं हुआ है. इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को भी इस पंचायत के लोगों को वोट लेने तक मतलब है. अल्पसंख्यक बहुल इस इलाके में जनप्रतिनिधि भी उनके साथ वर्षों से नाइंसाफी करते रहे हैं. इससे अब ऐसे जनप्रतिनिधियों के प्रति लोगों में आक्रोश पनप रहा है.क्या कहते हैं लोगजर्जर सड़क की समस्या काफी गंभीर है. बरसात के दिनों में हाथ में चप्पल व कंधे पर साइकिल लेकर लोग यात्रा करने को विवश हैं. इसकी सुधि लेने के लिए न विभाग के अधिकारी आगे आ रहे हैं, न ही जनप्रतिनिधि.मो सानू, छात्र, दामोदरपुरइस समस्या के प्रति स्थानीय सांसद व विधायक उदासीन हैं. अधिकारी भी ध्यान नहीं दे रहे हैं. एक माह में इस सड़क का निर्माण नहीं हुआ, तो धरना प्रदर्शन करेंगे.रणधीर वर्मा, राजद, जिला महासचिवआम जनता के हित में पथ जर्जर होने से काफी परेशानी हो रही है. हमने कई बार जिला पर्षद की बैठक में मामले को उठाया है. इस बार भी अगली बैठक में मामला को उठाएंगे.लालबाबू पासवान, प्रखंड प्रमुख, भगवानपुरवास्तव में सड़क जर्जर अवस्था में है. हमलोग को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. जनता के हित में संबंधित अधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराएंगे.रविरंजन, बीडीओ, भगवानपुर

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें